54 साल का युवा नेता.., भरी सभा में अमित शाह ने राहुल गांधी पर कसा तंज

Amit Shah on Rahul Gandhi: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राहुल गांधी पर हमला करते हुए कहा कि एक 54 वर्षीय व्यक्ति जो खुद को युवा नेता बताता है, वह संविधान में बदलाव के बारे में गलत आरोप लगा रहा है. उन्होंने कहा कि संविधान में संशोधन का प्रावधान खुद संविधान में है. अमित शाह ने यह बात राज्यसभा में संविधान की 75वीं वर्षगांठ पर बहस के दौरान कही.

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Amit Shah on Rahul Gandhi: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि 'एक 54 वर्षीय व्यक्ति जो युवा नेता का मुखौटा पहने हुए है, संविधान में बदलाव के निराधार आरोप लगा रहा है.' उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को यह समझने की जरूरत है कि संविधान में संशोधन के प्रावधान खुद संविधान में मौजूद हैं.

अमित शाह ने यह टिप्पणी संविधान की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर राज्यसभा में आयोजित बहस के दौरान की. उन्होंने कांग्रेस और राहुल गांधी के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा संविधान को कमजोर करने की कोशिश नहीं कर रही है, बल्कि कांग्रेस ने अपने शासनकाल के दौरान संविधान में सबसे ज्यादा बदलाव किए.

संविधान लेकर घूमता है 54 साल का युवा नेता- शाह

अमित शाह ने अपने संबोधन में कहा, "हमारे संविधान को कभी अपरिवर्तनीय नहीं माना गया. संविधान के अनुच्छेद 368 में संशोधन का प्रावधान है. 54 वर्षीय एक नेता, जो खुद को 'युवा' कहता है, संविधान लेकर घूमता है और दावा करता है कि हम इसे बदल देंगे. मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि संविधान में संशोधन की प्रक्रिया संविधान में ही अंतर्निहित है." उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि इंदिरा गांधी के शासनकाल में सबसे ज्यादा संवैधानिक बदलाव किए गए.

कांग्रेस ने किए ज्यादा बदलाव

अमित शाह ने कांग्रेस के 55 साल के शासनकाल का जिक्र करते हुए कहा, "कांग्रेस ने संविधान में 77 संशोधन किए हैं, जबकि भाजपा ने 16 साल के शासनकाल में केवल 22 संशोधन किए. सवाल यह है कि इन संशोधनों का उद्देश्य क्या था? क्या यह लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए था या सत्ता में बने रहने के लिए?"

राहुल गांधी पर सीधा हमला

अमित शाह ने राहुल गांधी पर सीधा हमला करते हुए कहा कि उनके द्वारा लाई गई संविधान की प्रति "नकली" और "खोखली" साबित हो चुकी है. उन्होंने इसे अब तक की सबसे बड़ी राजनीतिक धोखाधड़ी करार दिया. शाह ने कहा, "संविधान की खाली प्रति अब तक की सबसे बड़ी धोखाधड़ी है. 'संविधान खतरे में है' का दावा केवल राजनीतिक नौटंकी है, जिसका कोई आधार नहीं है."

कांग्रेस पर लगाए आरोप

शाह ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने संविधान को एक परिवार की "निजी जागीर" समझा है. उन्होंने संसद के साथ किए गए कथित धोखाधड़ी का जिक्र करते हुए कहा, "कांग्रेस ने अनुच्छेद 35ए को बिना संसद की मंजूरी के संविधान में शामिल किया. पिछले 75 वर्षों में कांग्रेस ने संविधान के नाम पर जनता के साथ धोखा किया. नेहरू-गांधी परिवार ने न केवल पार्टी को निजी संपत्ति माना, बल्कि संविधान को भी अपनी जागीर समझा."

राहुल गांधी का संविधान अभियान

रायबरेली से सांसद राहुल गांधी लोकसभा चुनावों के दौरान विभिन्न कार्यक्रमों में संविधान की प्रति साथ लेकर चलते रहे हैं. उन्होंने बतौर सांसद संविधान की शपथ भी ली थी. शाह ने इस पर तंज कसते हुए इसे "खाली प्रतीकात्मकता" करार दिया. First Updated : Tuesday, 17 December 2024