देश के दो राज्यों में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं. इस बीच सभी पार्टियां अपने- अपने जीत का दावा करने में लगी हुई है. आज जम्मू-कश्मीर में अंतिम चरण का मतदान हो रहा है. इन राज्यों के अलावा बिहार में भी राजनीतिक हलचल तेज है. चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने ऐलान किया है कि 2 अक्टूबर को वे अपनी संस्था को राजनीतिक पार्टी में बदल देंगे. वे पूरे राज्य का दौरा भी कर रहे हैं.
पटना में पत्रकारों से बात करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि केंद्र सरकार का भविष्य विधानसभा चुनावों के नतीजों पर निर्भर करता है. उनका मानना है कि मोदी जी और एनडीए सरकार की लोकप्रियता पहले से कम हो गई है. जम्मू-कश्मीर और हरियाणा के चुनाव, साथ ही अगले दो साल में होने वाले चुनाव जैसे महाराष्ट्र, झारखंड, बिहार, बंगाल और असम के परिणाम यह तय करेंगे कि क्या मोदी सरकार अपना कार्यकाल पूरा कर पाएगी.
यदि बीजेपी इन राज्यों में अच्छा प्रदर्शन करती है, तो उनकी पकड़ मजबूत होगी, लेकिन हार होने पर केंद्र सरकार की स्थिति पर असर पड़ेगा. जब पत्रकारों ने उनसे पूछा कि जिन राज्यों में चुनाव होने वाले हैं, वहां का माहौल कैसा रहेगा, तो पीके ने कहा कि वे अन्य राज्यों के बारे में नहीं बता सकते, लेकिन बिहार में बीजेपी की स्थिति ठीक नहीं है.
पार्टी यहां नीतीश कुमार पर निर्भर है, और सबको पता है कि उनके भरोसे चुनाव नहीं जीते जा सकते. बीजेपी के कार्यकर्ता जानते हैं कि नीतीश कुमार के चेहरे पर चुनाव नहीं जीता जा सकता. उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी के लिए एक बड़ी मुश्किल यह है कि यदि नीतीश कुमार को हटाया जाए, तो दिल्ली की सरकार गिर सकती है, और अगर उन्हें नहीं हटाया, तो बिहार में हार का सामना करना पड़ेगा. First Updated : Tuesday, 01 October 2024