'आंखें बंद नहीं रख सकते', कलकत्ता हाईकोर्ट ने बंगाल के मुर्शिदाबाद में केंद्रीय बलों की तैनाती का दिया आदेश
हिंसक विरोध प्रदर्शनों के बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने घोषणा की कि राज्य में वक्फ संशोधन अधिनियम लागू नहीं किया जाएगा , जबकि भाजपा ने हिंसा को लेकर तृणमूल कांग्रेस पर निशाना साधा है और जवाबी विरोध प्रदर्शन भी किया है. बनर्जी ने धर्म के राजनीतिक दुरुपयोग के खिलाफ चेतावनी दी और दंगे भड़काने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी.

पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में वक्फ कानून के खिलाफ हो रहे हिंसक विरोध प्रदर्शन में तीन लोगों की जान चली गई. इस बीच कोलकाता हाईकोर्ट ने मुर्शिदाबाद में केंद्रीय बल तैनात करने का आदेश दिया है. अदालत ने कहा, "हमारा ध्यान मुर्शिदाबाद में शांति बहाल करने पर है. मुर्शिदाबाद में जो कुछ हो रहा है, उस पर अदालत आंखें मूंद कर नहीं बैठ सकती." अब तक 118 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है और कई स्थानों पर पुलिस की छापेमारी जारी है.
पश्चिम बंगाल में लागू नहीं होगा वक्फ कानून
हिंसक विरोध प्रदर्शनों के बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने घोषणा की कि राज्य में वक्फ संशोधन अधिनियम लागू नहीं किया जाएगा , जबकि भाजपा ने हिंसा को लेकर तृणमूल कांग्रेस पर निशाना साधा है और जवाबी विरोध प्रदर्शन भी किया है. मुख्यमंत्री ने शांति और सद्भाव की अपील की है और इस बात पर जोर दिया है कि यह कानून केंद्र सरकार ने बनाया है. बनर्जी ने धर्म के राजनीतिक दुरुपयोग के खिलाफ चेतावनी दी और दंगे भड़काने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी.
पिता-पुत्र समेत 3 लोगों की मौत
पुलिस ने बताया कि शनिवार को सुदूरवर्ती जाफराबाद इलाके में एक हिंसक भीड़ ने गांव पर हमला कर पिता और पुत्र की हत्या कर दी. एक अलग घटना में, समसेरगंज इलाके में गोली लगने से घायल एक व्यक्ति की मौत हो गई. पुलिस अधिकारियों ने कहा कि उनके कर्मियों के गोलीबारी में शामिल होने की संभावना नहीं है, उन्होंने सुझाव दिया कि यह “संभवतः बीएसएफ से आया हो सकता है”, क्योंकि अशांति को नियंत्रित करने के लिए क्षेत्र में केंद्रीय बलों को तैनात किया गया था.
118 लोग गिरफ्तार
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजी) जावेद शमीम ने बताया कि हिंसा के सिलसिले में अब तक 118 लोगों को गिरफ़्तार किया गया है और छापेमारी जारी रहने के कारण यह संख्या और बढ़ने की उम्मीद है. उन्होंने लोगों से सोशल मीडिया पर चल रही अफ़वाहों पर विश्वास न करने और शांति बनाए रखने का आग्रह किया.
लोकतंत्र और शासन पर हमला
भाजपा ने तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि अगर वह कानून-व्यवस्था की स्थिति को संभालने में "असमर्थ" है तो उसे केंद्र से सहायता लेनी चाहिए. विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने इस अशांति को विरोध प्रदर्शन के बजाय "हिंसा की एक पूर्व नियोजित कार्रवाई, जिहादी ताकतों द्वारा लोकतंत्र और शासन पर हमला" बताया. शनिवार को अधिकारी ने मांग की कि जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को सौंपी जाए, जो आतंकवाद से जुड़े मामलों की जांच करती है. उन्होंने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को पत्र लिखकर अशांति के दौरान रेलवे स्टेशनों पर हुई तोड़फोड़ की घटनाओं की ओर ध्यान दिलाया.
इंटनेट सेवाएं सस्पेंड
भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने आरोप लगाया कि प्रभावित क्षेत्रों में इंटरनेट और संचार सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं, जिससे हिंसा पीड़ित अपनी शिकायतें साझा करने में असमर्थ हैं. इस बीच, तृणमूल के राज्यसभा सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने भाजपा पर आरोप लगाया कि वह संसद में रात के अंधेरे में वक्फ विधेयक पारित होने के बाद “विभिन्न राज्यों में सांप्रदायिकता की आग भड़का रही है.” एक्स पर एक पोस्ट में उन्होंने इसे “क्लासिक भाजपा-आरएसएस प्लेबुक” कहा.