'ड्रोन से निगरानी, डीजे पर बैन', रामनवमी से पहले देशभर में बढ़ाई गई सुरक्षा, कोलकाता में तैनात होंगे 5000 पुलिसकर्मी
उत्तर प्रदेश में रामनवमी के लिए व्यापक प्रबंध किए गए हैं. विशेषकर अयोध्या में, जहां लगभग 10 लाख श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है. मेरठ, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, अलीगढ़ और मुरादाबाद जैसे पश्चिमी जिलों में जुलूसों पर ड्रोन और सीसीटीवी कैमरों से कड़ी निगरानी रखी जा रही है. वहीं, बिहार में डीजे के इस्तेमाल पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया है. अकेले रोहतास जिले में ही अधिकारियों ने 230 से ज़्यादा डीजे जब्त कर लिए हैं.

रामनवमी के मद्देनजर देश के कई राज्यों में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है. रामनवमी समारोह को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने और किसी भी तरह की झड़प से बचने के लिए महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल सहित कई राज्यों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है. पुलिस ने लोगों से अफवाहों पर विश्वास न करने और सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने का आग्रह किया है. कानून-व्यवस्था को बिगाड़ने वाली अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर विशेष ध्यान दिया जाएगा. जुलूसों के दौरान राज्यों में निगरानी बढ़ाने के लिए सीसीटीवी और ड्रोन का इस्तेमाल किया जाएगा.
महाराष्ट्र में बढ़ी सुरक्षा
एक शीर्ष अधिकारी के हवाले से बताया कि महाराष्ट्र में पुलिस को रामनवमी त्योहार से पहले, विशेष रूप से संवेदनशील क्षेत्रों में हाई अलर्ट पर रहने को कहा गया है. यह निर्णय ऐसे समय में लिया गया है जब दो साल पहले इस अवसर पर धार्मिक जुलूसों के दौरान शहर में झड़पें हुई थीं. इसके अलावा छत्रपति संभाजीनगर जिले में स्थित मुगल बादशाह औरंगजेब की कब्र को हटाने की मांग को लेकर मार्च में हुए विरोध प्रदर्शन के बाद नागपुर में हाल ही में हिंसा और सांप्रदायिक तनाव की स्थिति पैदा हो गई थी.
ड्रोन कैमरों से रखी जाएगी नजर
पुलिस अधिकारी ने कहा कि शहर पुलिस के सभी यूनिट कमांडरों और जिला पुलिस अधीक्षकों को कानून और व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए पुलिस बल को अलर्ट पर रखने के लिए कहा गया है. उन्होंने कहा कि हाल ही में पुलिस महानिदेशक रश्मि शुक्ला ने स्थिति की समीक्षा की थी. उन्होंने कहा कि राज्य में सुरक्षा व्यवस्था महत्वपूर्ण है. क्योंकि मुंबई के अंधेरी, मलाड, कांदिवली और बोरीवली जैसे कई क्षेत्रों में रामनवमी जुलूस के मार्ग संकरी गलियों से होकर मस्जिदों के करीब से गुजरते हैं, जिससे संभावित रूप से तनावपूर्ण स्थिति पैदा हो सकती है. विशेष रूप से उन स्थानों पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया जाएगा जहां सांप्रदायिक तनाव का इतिहास रहा है. शहरों में रामनवमी जुलूसों पर ड्रोन कैमरों से नजर रखी जाएगी. अधिकारी ने कहा कि पुलिस को जारी किया गया अलर्ट हनुमान जयंती तक लागू रहेगा जो 12 अप्रैल को है.
यूपी और बिहार में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी
उत्तर प्रदेश में रामनवमी के लिए व्यापक प्रबंध किए गए हैं. विशेषकर अयोध्या में, जहां लगभग 10 लाख श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है. मेरठ, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, अलीगढ़ और मुरादाबाद जैसे पश्चिमी जिलों में जुलूसों पर ड्रोन और सीसीटीवी कैमरों से कड़ी निगरानी रखी जा रही है. लखनऊ में वरिष्ठ अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए तैयारियों की निगरानी कर रहे हैं.
बिहार में डीजे के इस्तेमाल पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया है. अकेले रोहतास जिले में ही अधिकारियों ने 230 से ज़्यादा डीजे जब्त कर लिए हैं. चुनावों और वक्फ विधेयक को लेकर चल रहे विरोध प्रदर्शनों के बीच किसी भी गड़बड़ी को रोकने के लिए शांति समिति की बैठकें आयोजित की जा रही हैं और सोशल मीडिया अकाउंट्स पर नजर रखी जा रही है.
बंगाल में शांतिपूर्ण समारोह के लिए इंतजाम किए गए
रिपोर्ट के अनुसार, एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि पुलिस ने रामनवमी समारोह के दौरान कानून और व्यवस्था से जुड़ी किसी भी समस्या को रोकने के लिए पूरे पश्चिम बंगाल में एहतियाती उपाय लागू किए हैं. अधिकारी ने बताया कि सभी जिलों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है तथा पूर्व में हुई हिंसा की घटनाओं के कारण संवेदनशील क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है.
9 अप्रैल तक पुलिसर्मियों की छुट्टियां रद्द
अधिकारी ने कहा कि खुफिया जानकारी के आधार पर हमने सुरक्षा व्यवस्था की है. हमने सुनिश्चित किया है कि राज्य भर में विशेष रूप से संवेदनशील क्षेत्रों में पर्याप्त पुलिस बल तैनात किया जाए. संबंधित जिलों में पुलिस प्रशासन को इस संदर्भ में सतर्क रहने को कहा गया है. एहतियात के तौर पर सभी पुलिसकर्मियों की छुट्टियां 9 अप्रैल तक रद्द कर दी गई हैं. हावड़ा, हुगली, उत्तर दिनाजपुर और मालदा जिलों के संवेदनशील इलाकों में पर्याप्त संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है.
आईपीएस अधिकारी ने कहा कि पुलिस कर्मियों द्वारा नियमित गश्त की जाएगी, जबकि लोगों को सार्वजनिक संबोधन प्रणाली के माध्यम से मुद्दों के बारे में जागरूक किया जाएगा. हम अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए सोशल नेटवर्किंग साइटों और विभिन्न पोर्टलों पर भी कड़ी नजर रख रहे हैं, जो रविवार के रामनवमी समारोह के दौरान कानून और व्यवस्था को बिगाड़ सकते हैं."
संवेदनशील जगहों पर तैनात होंगे 5000 पुलिसकर्मी
रिपोर्ट के अनुसार, कोलकाता में संवेदनशील स्थानों पर करीब 5000 पुलिसकर्मी तैनात किए जाएंगे. इसके अलावा, चौतरफा निगरानी के लिए विभिन्न स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. हवाई निगरानी के लिए ड्रोन का भी इस्तेमाल किया जाएगा. पुलिस प्रशासन पूरे राज्य में रामनवमी जुलूसों की तस्वीरें लेगा और वीडियो रिकॉर्ड करेगा. उन्होंने कहा कि हम त्योहार के संबंध में प्रतिबंधों और क्या करें और क्या न करें के बारे में धार्मिक नेताओं से भी बात करेंगे.