'हमास नेताओं ने पीओके का दौरा किया', इजरायली राजदूत अजार बोले- पहलगाम और इजरायल हमले में हैं कई समानताएं
पहलगाम में पाकिस्तान से जुड़े आतंकवादियों द्वारा पर्यटकों की हत्या का जिक्र करते हुए उन्होंने इसकी तुलना हमास के नेतृत्व वाले हमले से की जिसमें इजराइल में 1400 से अधिक लोग मारे गए थे. उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य से, हमें यह स्वीकार करना होगा कि ये आतंकवादी समूह एक-दूसरे को प्रेरित कर रहे हैं. पहलगाम हमले और 7 अक्टूबर 2023 को इजराइल में जो हुआ, उसके बीच समानताएं हैं.

भारत में इजरायल के राजदूत रियुवेन अजार ने आज जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की तुलना 7 अक्तूबर 2023 को इजरायल पर हमास के हमले से की, जिसमें नागरिकों को निशाना बनाने में समानताएं बताईं और आतंकवादी समूहों के बीच बढ़ते समन्वय की चेतावनी दी. अजार ने कहा कि आतंकवादी सभी स्तरों पर सहयोग कर रहे हैं और एक-दूसरे की नकल करने की कोशिश कर रहे हैं. मुझे यकीन है कि खुफिया एजेंसियां उन्हें हराने के लिए मिलकर काम कर रही हैं.
पहलगाम में पाकिस्तान से जुड़े आतंकवादियों द्वारा पर्यटकों की हत्या का जिक्र करते हुए उन्होंने इसकी तुलना हमास के नेतृत्व वाले हमले से की जिसमें इजराइल में 1400 से अधिक लोग मारे गए थे. उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य से, हमें यह स्वीकार करना होगा कि ये आतंकवादी समूह एक-दूसरे को प्रेरित कर रहे हैं. पहलगाम हमले और 7 अक्टूबर 2023 को इजराइल में जो हुआ, उसके बीच समानताएं हैं. निर्दोष पर्यटक पहलगाम में अपनी छुट्टियों का आनंद ले रहे थे, जबकि इजराइल में लोग एक संगीत समारोह मना रहे थे.
हमास नेताओं ने किया पीओके का दौरा
अजार ने पहलगाम हमले के समय को हमास नेताओं की हाल की पाकिस्तान-अधिकृत कश्मीर (पीओके) यात्रा से जोड़ा, जहां उन्होंने कथित तौर पर जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादियों और कुछ अन्य लोगों से मुलाकात की, जिससे संभावित समन्वय का संकेत मिलता है. इजराइली राजदूत ने पहलगाम हमले पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रतिक्रिया की सराहना की, विशेषकर आज बिहार के मधुबनी में एक सभा में उनके भाषण की.
भारत के कूटनीतिक कदमों का जिक्र
अजार ने कहा कि मैं न केवल कड़ी निंदा से बल्कि भारत सरकार द्वारा उठाए गए सख्त कदमों से भी बहुत उत्साहित हूं. उन्होंने भारत के कूटनीतिक कदमों का जिक्र किया, जिसमें पाकिस्तान के साथ 1960 की सिंधु जल संधि को निलंबित करना और पहलगाम में हमले के सीमा पार संबंधों के मद्देनजर अटारी चौकी को तत्काल बंद करना शामिल है. उन्होंने वैश्विक समुदाय से आतंकवाद के राज्य प्रायोजकों को बेनकाब करने का आग्रह किया तथा इस बात पर बल दिया कि यह समस्या व्यक्तिगत आतंकवादियों से कहीं अधिक व्यापक है.
पाकिस्तानी नागरिकों को देश छोड़ने का आदेश
इजरायली राजदूत ने कहा कि आतंकवाद को उजागर किया जाना चाहिए, क्योंकि आतंकवादियों को उन देशों द्वारा धन, खुफिया जानकारी और हथियार मुहैया कराए जाने का लाभ मिलता है, जो अस्वीकार्य है. भारत ने आज कहा कि उसने वीजा सेवाओं को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है और शेष राजनयिकों को छोड़कर सभी पाकिस्तानी नागरिकों को देश छोड़ने का आदेश दिया है. विशेषज्ञों का कहना है कि सैन्य प्रतिक्रिया अभी भी पाइपलाइन में हो सकती है, कुछ लोगों का अनुमान है कि प्रतिक्रिया कुछ दिनों के भीतर आ सकती है जबकि अन्य का कहना है कि सप्ताह भर में. नई दिल्ली के दंडात्मक कूटनीतिक उपायों के बाद पाकिस्तान ने भी आज एक दुर्लभ राष्ट्रीय सुरक्षा बैठक आयोजित की.
इन हत्याओं ने भारत को झकझोर दिया है
इन हत्याओं ने भारत को झकझोर दिया है, क्योंकि ये सुरक्षा बलों के खिलाफ होने वाले छोटे पैमाने के हमलों के बजाय, नागरिकों और क्षेत्र के महत्वपूर्ण पर्यटन उद्योग को निशाना बनाकर किया गया एक नाटकीय बदलाव था. हिंदू पर्यटकों को पहले भी निशाना बनाया गया है, लेकिन पर्यटन व्यापार, जो स्थानीय अर्थव्यवस्था का आधार है, पर सीधे हमले बहुत कम हुए हैं.


