'मैं महाभारत का संजय नहीं', ट्रंप के टैरिफ नखरे के बीच रेपो रेट को लेकर RBI गवर्नर ने ली चुटकी
RBI Governor Sanjay Malhotra: आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा ने रेपो रेट में और कटौती की संभावनाओं पर टिप्पणी करते हुए कहा कि मौजूदा वैश्विक हालात को देखते हुए भविष्यवाणी करना संभव नहीं है. अमेरिकी टैरिफ नीति के बीच उन्होंने मजाकिया अंदाज में कहा, "मैं संजय हूं, लेकिन महाभारत वाला संजय नहीं."

RBI Governor Sanjay Malhotra: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ नीतियों के चलते वैश्विक आर्थिक अस्थिरता के बीच भारतीय रिज़र्व बैंक के गवर्नर संजय मल्होत्रा ने बुधवार को कहा कि रेपो रेट में कमी की दिशा तो तय है, लेकिन यह कब और कितना घटेगा, इस पर अभी कुछ भी स्पष्ट कहना मुश्किल है. एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान जब उनसे पूछा गया कि क्या आगे और कटौती की संभावना है, तो उन्होंने कहा, "मैं संजय हूं, लेकिन महाभारत वाला संजय नहीं."
गौरतलब है कि महाभारत में संजय को दिव्य दृष्टि प्राप्त थी, जिसके माध्यम से वे कुरुक्षेत्र युद्ध का आँखों देखा हाल धृतराष्ट्र को सुनाते थे. गवर्नर मल्होत्रा ने इस सन्दर्भ का हवाला देते हुए यह स्पष्ट किया कि भविष्यवाणी करना उनके वश की बात नहीं है.
वैश्विक टैरिफ युद्ध से चिंता
गवर्नर मल्होत्रा ने स्वीकार किया कि अमेरिका द्वारा लगाए गए टैरिफ के चलते वैश्विक व्यापार में अस्थिरता आई है और इसका असर भारत की अर्थव्यवस्था पर भी पड़ा है. उन्होंने कहा, "हमने अपने अनुमान में यह स्पष्ट कर दिया है कि हमने इस वर्ष की विकास दर को 20 आधार अंकों से घटाकर 6.5 प्रतिशत कर दिया है, जो मुख्य रूप से वैश्विक अनिश्चितताओं के कारण है."
टैरिफ के असर पर उन्होंने कहा कि इसका प्रभाव मुद्रास्फीति पर दोनों तरह से हो सकता है. उन्होंने कहा, "टैरिफ की वजह से मांग में गिरावट आएगी, जिससे मुद्रास्फीति में कुछ राहत मिल सकती है, लेकिन कुल मिलाकर स्थिति अस्थिर बनी रहेगी."
नीतिगत दरों में कटौती जारी
बुधवार को प्रस्तुत मौद्रिक नीति समीक्षा में आरबीआई ने लगातार दूसरी बार रेपो रेट में कटौती की घोषणा की. मल्होत्रा ने संकेत दिए कि आगे भी दरों में कमी संभव है. उन्होंने कहा, "हमने पॉलिसी स्टांस में बदलाव किया है, जिससे यह स्पष्ट है कि नीति दरों की दिशा नीचे की ओर है. लेकिन यह कहां जाकर रुकेगी, यह अभी कहना संभव नहीं है."
'मैं महाभारत वाला संजय नहीं'
अपने चर्चित बयान में उन्होंने कहा, "मैं संजय हूं, लेकिन महाभारत वाला संजय नहीं, जिससे मैं आगे देख सकूं. मेरे पास वह दिव्य दृष्टि नहीं है." इससे उन्होंने स्पष्ट संकेत दिया कि आरबीआई मौजूदा परिस्थितियों में सतर्कता के साथ कदम उठा रहा है.


