मोदी जी के लिए मांगूंगा वोट! आखिर ऐसा क्यों बोले अरविंद केजरीवाल?
Arvind Kejriwal:आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल रविवार को प्रधानमंत्री मोदी और केंद्र सरकार पर वार करते नजर आए. छत्रसाल स्टेडियम में 'जनता की अदालत' कार्यक्रम में अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अगर मोदी जी एक भी राज्य में बिजली को फ्री कर देते हैं तो फरवरी में मैं मोदी जी के लिए वोट मांगूंगा.
Arvind Kejriwal: रविवार को आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल छत्रसाल स्टेडियम में एक कार्यक्रम में शामिल हुए. 'जनता की अदालत' नाम के इस कार्यक्रम में संबोधन के दौरान अरविंद केजरीवाल ने पीएम मोदी और केंद्र की भाजपा सरकार पर सीधा निशाना साधा.
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि, "देश की सत्ता से डबल इंजन की सरकार का वक्त चला गया है. हरियाणा और जम्मू कश्मीर से इनका (भाजपा) पत्ता साफ हो रहा है. चुनाव के दौरान हरियाणा में कई जगह जनता ने भाजपा के लोगों को गांव में घुसने नहीं दिया."
बीजेपी से कहना नहीं चाहिए डबल इंजन की सरकार- केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के लोगों से कहा कि, "भाजपा के लोग अब अगर दिल्ली में आप लोगों के पास वोट लेने आएं तो कहना डबल इंजन की सरकार नहीं चाहिए. डबल इंजन की सरकार का मतलब है डबल लूट वाली सरकार.''
''अगर मोदी जी बिजली फ्री कर दें तो..''
कार्यक्रम में संबोधन के दौरान आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने आगे कहा, ''भाजपा वाले जब आपसे वोट मांगने आए तो आप लोग पूछना कि 22 राज्यों में इनकी सरकार है तो किस राज्य में उन्होंने बिजली- पानी मुफ्त किया? मोदी जी के रिटायरमेंट को अब एक साल बचा है, अगर मोदी जी एक भी राज्य में बिजली को फ्री कर देते हैं तो फरवरी में मैं मोदी जी के लिए वोट मांगूंगा.''
दिल्ली में बढ़ रहा है अपराध
कार्यक्रम के दौरान अरविंद केजरीवाल ने आगे कहा कि दिल्ली में अपराध बढ़ रहे हैं. दिनदहाड़े गैंगस्टर लोगों को धमकी दे रहे हैं. लोगों पर गोलियां चलाई जा रही हैं. एलजी साहब और बीजेपी वाले क्या कर रहे हैं? हमने बस मार्शल नियुक्त किए थे. महिलाएं बसों में सुरक्षित थीं. मगर इन लोगों ने बस मार्शल भी हटा दिए. 10 हजार गरीब लोगों की नौकरी चली गई है. भाजपा वालों की सच्चाई कल सामने आ गई है, जब बस मार्शल को नौकरी दिए जाने के मामले सेये लोग मुकर गए. हमारे मंत्री और विधायक विजेंद्र गुप्ता के पैरों में पड़ गए, लेकिन फिर भी भाजपा वाले माने नहीं.