'भारतीय हवाई क्षेत्र पूरी तरह सुरक्षित है', बम धमकियों के बीच BCAS चीफ ने लोगों को दिया आश्वासन
New Delhi: भारतीय एयरलाइन्स कंपनियों को मिल रही बम की झूठी धमकियों के बीच बीसीएएस चीफ ने लोगों को आश्वासन दिया है. उन्होंने बताया कि ऐसे खतरों से निपटने के लिए सुरक्षा प्रोटोकॉल मजबूत हैं और यात्रियों को बिना किसी डर के उड़ान भरनी चाहिए. उन्होंने बताया कि भारतीय हवाई क्षेत्र पूरी तरह सुरक्षित है.
New Delhi: भारतीय एयरलाइन्स कंपनियों को मिल रही बम की झूठी धमकियों के बीच , विमानन सुरक्षा निकाय ब्यूरो ऑफ सिविल एविएशन सिक्योरिटी (बीसीएएस) के अधिकारियों ने शनिवार को दिल्ली स्थित अपने मुख्यालय में एयरलाइन्स कंपनियों के प्रतिनिधियों से मुलाकात की. बैठक के दौरान एयरलाइन प्रतिनिधियों ने बीसीएएस महानिदेशक जुल्फिकार हसन के साथ फर्जी बम धमकियों के कारण सामने आ रही समस्याओं पर चर्चा की. उन्होंने उन्हें यह भी बताया कि त्यौहारी सीजन के दौरान सुरक्षा संबंधी मुद्दों के कारण हवाई अड्डों पर भीड़ भाड़ हो सकती है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार हसन ने एयरलाइंस को सुरक्षा और सुरक्षा दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन करने का निर्देश दिया. बीसीएएस अधिकारियों ने एयरलाइंस प्रतिनिधियों को यह भी आश्वासन दिया कि वे इस मुद्दे के मूल कारण का पता लगाने के लिए संबंधित एजेंसियों के साथ काम कर रहे हैं.
'भारतीय हवाई क्षेत्र पूरी तरह सुरक्षित है'
इस बैठक के बाद हसन ने मीडिया को बताया कि ऐसे खतरों से निपटने के लिए सुरक्षा प्रोटोकॉल मजबूत हैं और यात्रियों को बिना किसी डर के उड़ान भरनी चाहिए. हसन ने बताया, 'भारतीय हवाई क्षेत्र पूरी तरह सुरक्षित है. मौजूदा प्रोटोकॉल (स्थिति से निपटने के लिए) मजबूत है और इसका सख्ती से पालन किया जा रहा है. 'हम यात्रियों को आश्वस्त करते हैं कि उन्हें बिना किसी डर के उड़ान भरनी चाहिए और वास्तव में, और भी अधिक उड़ान भरनी चाहिए.'
'करीब 70 उड़ानों को बम से उड़ाने की झूठी धमकी मिली'
पिछले कुछ दिनों में भारतीय एयरलाइन्स द्वारा संचालित लगभग 70 उड़ानों को बम की झूठी धमकी मिली है. फर्जी धमकियों के कारण कई उड़ानों का मार्ग परिवर्तित कर दिया गया, जबकि कुछ एयरलाइनों को अपने सभी यात्रियों की पुनः जांच करने के लिए बाध्य होना पड़ा, जिससे बड़ी असुविधा और देरी हुई.
'करोड़ों रुपए का हुआ नुकसान'
भारतीय एयरलाइन्स कंपनियों के विरुद्ध इस प्रकार की धमकियों के कारण बड़ी वित्तीय हानि भी हुई है, तथा एयरलाइन्स अधिकारियों का अनुमान है कि उन्हें करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ है. इस सप्ताह के आरंभ में नागरिक उड्डयन मंत्री के राममोहन नायडू ने कहा था कि कानून प्रवर्तन एजेंसियां एयरलाइनों के खिलाफ बम की धमकी के सभी मामलों की सक्रियता से जांच कर रही हैं तथा सरकार स्थिति पर बारीकी से नजर रख रही है. वहीं केंद्र सरकार उड़ानों में एयर मार्शलों की तैनाती बढ़ाने की भी योजना बना रही है, जबकि जांच एजेंसियां इस बात की जांच करेगी कि चेतावनियों में कोई 'पैटर्न' तो नहीं है.