'देश की राजनीति को बाहर ले जाना गलत', अमेरिका में Rahul Gandhi के बयान पर बोले जयशंकर
विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा- उनकी आदत है कि जब वो बाहर जाते हैं तो वे देश की आलोचना करते हैं
हाइलाइट
- 'देश की राजनीति को बाहर ले जाना गलत', अमेरिका में Rahul Gandhi के बयान पर बोले जयशंकर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) के विदेश नीति के 9 साल पूरे होने पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस (Press Conference) में विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर (Dr. S. Jaishankar) ने फॉरेन पॉलिसी की उपलब्धियों की जानकारी दी। उन्होंने कहा, आज लोग भारत को सुनना चाहते हैं और उन्हें लगता है कि भारत के साथ काम करने से उनका प्रभाव भी तेज होगा। आज हम जो प्रभाव डाल रहे हैं, उससे हमारी परंपरा का उत्सव मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा- दुनिया, विशेष रूप से ग्लोबल साउथ, भारत को एक विकास के भागीदार के रूप में देखता है।
वहीं, जब उनसे मीडिया ने राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की विदेश यात्रा पर सवाल किया तो जयशंकर ने कहा- जब उनकी बनाई गई कहानियां देश में नहीं चल पाती तो वो समर्थन के लिए विदेश चले जाते हैं। उनकी (राहुल गांधी) आदत है कि जब वो बाहर जाते हैं तो वे देश की आलोचना करते हैं, हमारी राजनीति के बारे में टिप्पणी करते हैं। दुनिया देख रही है कि इस देश में चुनाव होते हैं और चुनाव में कभी एक पार्टी जीतती है, कभी दूसरी पार्टी। अगर देश में लोकतंत्र नहीं है तो ऐसा परिवर्तन तो नहीं आना चाहिए...हमें पता है कि 2024 के चुनाव का नतीजा तो वही होगा।
#WATCH उनकी(राहुल गांधी) आदत है कि जब वो बाहर जाते हैं तो वे देश की आलोचना करते हैं, हमारी राजनीति के बारे में टिप्पणी करते हैं। दुनिया देख रही है कि इस देश में चुनाव होते हैं और चुनाव में कभी एक पार्टी जीतती है, कभी दूसरी पार्टी। अगर देश में लोकतंत्र नहीं है तो ऐसा परिवर्तन तो… pic.twitter.com/DjiKr6GH9X
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 8, 2023
कोविड के दौरान फंसे हुए भारतीयों को वापस लाने पर
कोविड के दौरान बहुत से देशों ने अपने नागरिकों को उनके हाल पर छोड़ दिया था। हम कोविड के दौरान फंसे हुए कम से कम 70 लाख लोगों को वापस लाए।
हमारे पास देश में लोकतंत्र है, मेरे पास कुछ होगा
जयशंकर ने कहा कि "हमारे पास देश में लोकतंत्र है, मेरे पास कुछ होगा, आपके पास कुछ होगा। आपके पास कुछ राजनीति होगी जबकि हमारे पास कुछ राजनीति होगी। देश के अंदर वह जो कुछ भी करते हैं, उससे मुझे कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन मुझे राष्ट्रीय राजनीति लेने के बारे में नहीं लगता।" देश से बाहर जाना राष्ट्रहित में है। मुझे नहीं लगता कि इससे उनकी विश्वसनीयता बढ़ेगी।