राजस्थान में विधानसभा चुनाव इस साल के लास्ट में होना है और जिसके चलते अब सभी प्रमुख पार्टियां सक्रिय हो गई हैं। भारतीय जनता पार्टी (BJP) और कांग्रेस एक दूसरे पर लगातार हमलावर हैं। इतना ही नहीं, राजस्थान में कांग्रेस के नेताओं में भी आपसी टकराव बना हुआ हैं। इस दौरान राजस्थान कांग्रेस में एक बार फिर से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट खुलकर सामने आए हैं। मंगलवार को कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा, सीएम अशोक गहलोत के भाषण को सुनने के बाद यह लगता है कि सोनिया गांधी उनकी नेता ही नहीं हैं, बल्कि उनकी नेता वसुंधरा राजे सिंधिया हैं।
रविवार को राजस्थान के धौलपुर में मैंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का भाषण सुना, उसे सुनकर ऐसा लगता है कि उनकी नेता सोनिया गांधी नहीं वसुंधरा राजे हैं। एक तरफ यह कहा जा रहा है कि हमारी सरकार को गिराने का काम भाजपा कर रही थी, दूसरी तरफ कहा जाता है कि हमें बचाने का काम वसुंधरा राजे कर रही थी। आप कहना क्या चाहते हैं, आपको स्पष्ट करना चाहिए।
पायलट ने कहा मुझे कभी कोरोना कहा गया तो कभी गद्दार कहा गया। मैं पिछले ढ़ाई साल से सब सुन रहा था और केवल इसलिए चुप था कि मैं अपनी कांग्रेस पार्टी को कोई नुकसान नहीं पहुंचाना चाहता था लेकिन अब विधायकों और नेताओं को बदनाम करना और भाजपा का गुणगान करना मेरी समझ से परे है।
पायलट ने अजमेर से जयपुर तक 5 दिन की यात्रा निकलने की बात कहीं
कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने कहा, मैं 11 मई को अजमेर से एक जन संघर्ष यात्रा निकालूंगा और हम जयपुर की तरफ आएंगे। यह 125 किमी की यात्रा होगी। सही निर्णय तब लिए जाएंगे जब जनता का पूरा साथ होगा। First Updated : Tuesday, 09 May 2023