जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. धारा 370 हटने के बाद यह पहला चुनाव होगा. इसके लिए सभी पार्टियों ने तैयारियां शुरू कर दी है. प्रचार-प्रसार जोर-शोर से शुरू हो गया है. चुनाव से पहले नेशनल कॉन्फ्रेंस ने कांग्रेस के साथ चुनावी गठबंधन कर लिया है. राज्य की प्रमुख पार्टी पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) की नेता महबूबा मुफ्ती ने गठबंधन पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि यह गठबंधन सिद्धांतों पर आधारित नहीं है. ये लोग सरकार बनाने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं.
चुनाव से एक सप्ताह पहले अनंतनाग में पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने समाचार एजेंसी ANI ने कहा कि जब मैं भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के साथ गठबंधन में थी, तो मैंने पीडीपी और जम्मू-कश्मीर के लोगों के एजेंडे को आगे बढ़ाया, लेकिन जब एनसी (नेशनल कॉन्फ्रेंस) बीजेपी के साथ गठबंधन में थी, तो उन्होंने अपना एजेंडा आगे बढ़ाया.
गठबंधन पर निशाना साधते हुए महबूबा मुफ्ती ने कहा कि मैंने पहले भी कहा है, एनसी और कांग्रेस गठबंधन सिद्धांतों पर आधारित नहीं है, अगर यह सिद्धांतों पर आधारित होता, तो 1987 के विधानसभा चुनाव के दौरान. उन्होंने जम्मू-कश्मीर को खून की नदी में नहीं धकेला होता. साल 1987 से जम्मू-कश्मीर में खून की वह नदी आज भी बह रही है, इसके पीछे की वजह एनसी की ये हरकतें हैं. वे सरकार बनाने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं.
पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा ने कहा कि नेशनल कॉन्फ्रेंस ने हर जगह से कांग्रेस के खिलाफ अपने आजाद उम्मीदवारों को भी मैदान में उतारा है, ठीक उसी तरह जैसे उन्होंने लद्दाख में किया था. बाद में वह उम्मीदवार नेशनल कॉन्फ्रेंस में चला गया है. यह पहली बार नहीं है जब महबूबा ने गठबंधन पर निशाना साधा हो. पिछले हफ्ते शुक्रवार को पीडीपी अध्यक्ष ने कहा था कि यह सत्ता हासिल करने के लिए की गई सीट-बंटवारे की व्यवस्था है. First Updated : Monday, 09 September 2024