'बस इस पल का लुत्फ उठा रहा हूं', बंगाल हिंसा के बीच यूसुफ पठान ने पोस्ट की ऐसी तस्वीर, मच गया बवाल
पिछले साल के आम चुनाव में यूसुफ पठान ने पांच बार के सांसद अधीर रंजन चौधरी को हराया था, जिसे कांग्रेस का गढ़ माना जाता था. चुनाव के दौरान तृणमूल के राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों ने सवाल उठाया था कि गुजरात के बड़ौदा में रहने वाले यूसुफ पठान को बंगाल में सांसद उम्मीदवार के रूप में क्यों मैदान में उतारा जा रहा है. उनके इंस्टाग्राम पोस्ट पर विवाद और हिंसा पर उनकी चुप्पी ने पूर्व क्रिकेटर के खिलाफ जनता के गुस्से को और बढ़ा दिया है.

पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में वक्फ (संशोधन) अधिनियम को लेकर हिंसा भड़की हुई है. इस बीच टीएमसी के सांसद और पूर्व क्रिकेटर यूसुफ पठान को एक इंस्टाग्राम पोस्ट को लेकर आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है. पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में हिंसा के बीच यूसुफ पठान की पोस्ट से बवाल खड़ा हो गया है. आपको बता दें कि यूसुफ पठान ने दो दिन पहले इंस्टाग्राम पर तीन तस्वीरें शेयर कीं, जिनके कैप्शन में लिखा था, "आरामदेह दोपहर, बढ़िया चाय और शांत माहौल. बस इस पल का लुत्फ उठा रहा हूं." कुछ ही देर बाद सोशल मीडिया यूज़र्स ने उनकी आलोचना शुरू कर दी. एक यूज़र ने पूछा, "क्या आपको कोई शर्म है?"
बंगाल जल रहा है...
बीजेपी ने तृणमूल सांसद पर निशाना साधा और ममता बनर्जी सरकार पर राज्य द्वारा हिंसा को बढ़ावा देने का आरोप लगाया. बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "बंगाल जल रहा है. इस बीच सांसद यूसुफ पठान चाय की चुस्की लेते हैं और हिंदुओं के कत्लेआम का आनंद ले रहे हैं. यह टीएमसी है." हालांकि, यूसुफ पठान ने अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है. वामपंथी दलों के समर्थकों ने भी यूसुफ पठान की इस पोस्ट की आलोचना की है. वहीं, कलकत्ता हाईकोर्ट ने कहा है कि वह आंखें बंद नहीं रख सकता. ममता बनर्जी राज्य में हिंसा को बढ़ावा दे रही हैं, जबकि पुलिस खामोश है!
हाईकोर्ट ने केंद्रीय बल की तैनाती के दिए आदेश
नॉर्थ बंगाल के मुर्शिदाबाद में वक्फ संशोधन कानून के खिलाफ हिंसक विरोध प्रदर्श से तीन लोगों की मौत हो गई है. कलकत्ता हाईकोर्ट ने कल जिले में केंद्रीय बलों की तैनाती का आदेश दिया. अदालत ने कहा, "हम उन विभिन्न रिपोर्टों पर आंखें नहीं मूंद सकते जो सामने आई हैं, जिनमें प्रथम दृष्टया पश्चिम बंगाल राज्य के कुछ जिलों में बर्बरता दिखाई देती है." कोर्ट ने कहा कि जब लोगों की सुरक्षा खतरे में हो तो अदालतें मूकदर्शक बनकर नहीं रह सकती.
बहरामपुर के कुछ हिस्सों में हिंसा
टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर और इरफ़ान पठान के भाई यूसुफ पठान मुर्शिदाबाद जिले के तीन संसदीय क्षेत्रों में से एक बहरामपुर से लोकसभा सांसद हैं. जिले के सुती, धुलिया, समसेरगंज और कुछ अन्य इलाकों में हिंसा की खबरें आई हैं. इन तीन इलाकों में से समसेरगंज और धुलिया मालदा दक्षिण लोकसभा क्षेत्र में हैं और सुती जंगीपुर में है. कांग्रेस के ईशा खान चौधरी मालदा दक्षिण से सांसद हैं, जबकि तृणमूल के खलीलुर रहमान जंगीपुर का प्रतिनिधित्व करते हैं. ये इलाके पठान के निर्वाचन क्षेत्र से लगभग 80 किलोमीटर दूर स्थित हैं.
बहरामपुर में अधीर चौधरी को हराया था
पिछले साल के आम चुनाव में यूसुफ पठान ने पांच बार के सांसद अधीर रंजन चौधरी को हराया था, जिसे कांग्रेस का गढ़ माना जाता था. चुनाव के दौरान तृणमूल के राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों ने सवाल उठाया था कि गुजरात के बड़ौदा में रहने वाले यूसुफ पठान को बंगाल में सांसद उम्मीदवार के रूप में क्यों मैदान में उतारा जा रहा है. उनके इंस्टाग्राम पोस्ट पर विवाद और हिंसा पर उनकी चुप्पी ने पूर्व क्रिकेटर के खिलाफ जनता के गुस्से को और बढ़ा दिया है.