"अहंकार को दूर रखें, नहीं तो गड्ढे में गिर सकते हैं" Mohan Bhagwat का बड़ा बयान
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि समाज में गलत होने की भावना तेजी से फैल रही है, जबकि 40 गुना अच्छी चीजें भी घटित हो रही है. उन्होंने शख्स में होने वालो 2 मैं का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा हमेशा पके हुए मैं यानी परिपक्व मैं को साथ लेकर जीवन में आगे बढ़ना चाहिए.
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने भारत विकास परिषद के विकलांग केंद्र के समापन समारोह में कहा कि हर एक शख्स को अहंकार से बचना चाहिए. अगर वो इससे दूर नहीं रहता है तो किसी भी बड़ी मुसीबत में पड़ सकता है. इस बात को समझाने के लिए RSS प्रमुख मोहन भागवत ने रामकृष्ण परमहंस की के विचार का जिक्र किया. उन्होंने ‘पका हुआ मैं’ और ‘कच्चा मैं’ यानी परिपक्व (अनुभवी) और अपरिपक्व( अनुभवहीन) मैं के बारे में बताया.