एलओसी पर तनाव गहराया, सीमावर्ती गांवों में फिर तैयार हुए 'मोदी बंकर'
एलओसी पर पाकिस्तान की ओर से होने वाले संघर्ष विराम उल्लंघन के समय भूमिगत बंकर सीमावर्ती लोगों के लिए एक अहम सुरक्षास्थल बन जाते हैं. ऐसे में अब नियंत्रण रेखा पर तनाव बढ़ने पर 'मोदी बंकरों' का फिर से इस्तेमाल शुरू हो रहा है.

जम्मू और कश्मीर के पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर बढ़ते तनाव के बीच सीमावर्ती गांवों के निवासी सुरक्षा के लिए अपने भूमिगत बंकरों की मरम्मत और आपातकालीन आपूर्ति की तैयारी कर रहे हैं. पाकिस्तानी सैन्य चौकियों के पास स्थित सलोत्री और करमारहा जैसे क्षेत्रों के लोग अब संघर्ष की संभावना के लिए तैयार हैं.
पहले कम होता था बंकरों का उपयोग
पहले इन बंकरों का उपयोग कम होता था, लेकिन हालिया आतंकवादी हमले और सीमा पर बढ़ते तनाव ने ग्रामीणों को सतर्क कर दिया है. फुटेज में उन्हें कंबल, बिस्तर और अन्य आवश्यक सामग्री व्यवस्थित करते हुए देखा गया है. करमारहा गांव के एक निवासी ने बताया कि लोग बंकरों को भूल गए थे, लेकिन अब उन्हें फिर से साफ किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि डर का माहौल है, लेकिन हमें उम्मीद है कि घाटी में सद्भाव कायम रहेगा.
गांव के एक अन्य निवासी ने सरकार और सेना के प्रति दृढ़ समर्थन व्यक्त किया और पहलगाम आतंकवादी हमले की निंदा की. उन्होंने कहा कि हम सरकार के साथ हैं, हम उनके साथ खड़े हैं. हम आतंकी हमले की कड़ी निंदा करते हैं. हम अपनी सेना और प्रशासन के समर्थन में हैं. जब भी उन्हें हमारी ज़रूरत होगी, हम हर संभव सहायता देने के लिए तैयार हैं. यहाँ तक कि अपनी जान भी देने के लिए तैयार हैं.
मोदी बंकर
नियंत्रण रेखा पर 'मोदी बंकर' के रूप में जाने जाने वाले भूमिगत बंकरों ने सीमा पार से होने वाली गोलीबारी के दौरान लोगों की जान बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. इन बंकरों का निर्माण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में किया गया था. सरकार ने पहले भी पुंछ, राजौरी, बारामुल्ला और कुपवाड़ा जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में व्यक्तिगत और सामुदायिक बंकरों के निर्माण के लिए वित्तीय और तकनीकी सहायता प्रदान की है.
बढ़ते तनाव के कारण, निवासियों ने इन आश्रय स्थलों का जीर्णोद्धार करना शुरू कर दिया है, जो पहले शांति के वर्षों के दौरान अनुपयोगी हो गए थे. क्षेत्र में सुरक्षा बल हाई अलर्ट पर हैं और प्रशासन ने नागरिकों से सतर्क रहने का आग्रह किया है.


