Kangana Ranaut: एक्ट्रेस से सांसद बनीं कंगना रनौत अक्सर अपनी बेबाकी के लिए जानी जाती है. उनके बयान हमेशा सुर्खियों में बने रहते हैं. अब मंडी सांसद ने भारत में जाति जनगणना का सार्वजनिक रूप से विरोध किया है. जिसके बाद, कांग्रेस पार्टी ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के मंडी से लोकसभा सांसद उच्च जाति से हैं और उनमें पिछड़े समुदायों के लोगों की स्थितियों की समझ का अभाव है.
कंगना के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने एक्स पर लिखा कि आज भाजपा सांसद कंगना ने फिर कहा, 'जाति जनगणना होनी ही नहीं चाहिए' क्यों होनी चाहिए? जाति क्यों निर्धारित करनी है? मेरे आसपास जाति जैसी कोई चीज नहीं है. मैडम, आप सवर्ण हैं, अमीर हैं, स्टार हैं और सांसद हैं. दलित, पिछड़ा, आदिवासी या गरीब सामान्य जाति के व्यक्ति की स्थिति आपको कैसे पता होगी? पूरा बयान जरूर सुनें और अब मोदी जी, अपनी चुप्पी तोड़िए. हमें नहीं तो कम से कम अपने सहयोगी जेडीयू और एलजेपी के चिराग पासवान को तो बताइए.
द लल्लनटॉप के साथ एक इंटरव्यू में कंगना रनौत से जाति जनगणना पर उनके रुख के बारे में पूछा गया. उन्होंने जवाब दिया कि मेरी स्थिति योगी आदित्यनाथ की तरह ही है. साथ रहेंगे, अच्छे रहेंगे, कंगना से जब सवाल किया गया कि जाति जनगणना नहीं होनी चाहिए. इस पर एक्ट्रेस ने कहा कि हम अभिनेताओं की जाति भी नहीं जानते. कोई भी कुछ नहीं जानता. मेरे आस-पास के लोग जाति की परवाह नहीं करते. अब इसका निर्धारण क्यों? हमने पहले ऐसा नहीं किया, तो अब क्यों करें?
कंगना ने कहा कि देश में महिलाओं के खिलाफ हिंसा बढ़ रही है और महिलाएं पिछड़ा समुदाय हैं, जिनका उत्थान होना चाहिए, न कि जाति के आधार पर. बस बस 3 जातियां हैं, गरीब, किसान और महिलाएं. इसके इलावा चौथी कोई जात ही नहीं होनी चाहिए. कांग्रेस पार्टी की सोशल मीडिया और डिजिटल प्लेटफॉर्म की चेयरपर्सन श्रीनेत ने यह भी कहा कि अभिनेत्री के विचारों को भाजपा का आधिकारिक रुख माना जाना चाहिए, खासकर तब जब किसानों के मुद्दे पर उनकी टिप्पणियों को लेकर पार्टी मुख्यालय से हाल ही में फटकार मिली.
हिमाचल प्रदेश विधानसभा ने किसानों के विरोध प्रदर्शन पर हाल ही में की गई टिप्पणियों के लिए मंडी से भारतीय जनता पार्टी की सांसद कंगना रनौत की निंदा करने के लिए कांग्रेस समर्थित प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है. कंगना रनौत ने हिंदी दैनिक दैनिक भास्कर के साथ अपने साक्षात्कार की एक क्लिप पोस्ट की थी जिसमें उन्होंने सुझाव दिया था कि भारत में बांग्लादेश जैसी स्थिति पैदा हो सकती थी, लेकिन देश के मजबूत नेतृत्व के लिए ऐसा नहीं हो सकता था. इसके बाद उन्होंने आरोप लगाया कि अब निरस्त किए गए तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान शव लटक रहे थे और बलात्कार हो रहे थे. First Updated : Friday, 30 August 2024