'मेरा राज्य जल रहा है...', ट्विटर पर मणिपुर की तस्वीरें शेयर कर मैरीकॉम ने मांगी केंद्र से मदद
मणिपुर के हालात बहुत ही नाजुक है राज्य में जारी हिंसा पर अब बॉक्सर और पूर्व राज्यसभा सांसद एमसी मैरी कॉम का भी बयान सामने आया है, मैरी कॉम ने कहा कि 'मेरा मणिपुर जल रहा है'
मणिपुर में मैतेई समुदाय को अनुसूचित जनजाति (ST) श्रेणी में शामिल करने की मांग के विरोध में 3 मई को छात्रों को एक संगठन ने विरोध प्रदर्शन किया था। इस आदिवासी अंदोलन के दौरान हिंसा भड़क गई। जिसके बाद कई जिलों में कर्फ्यू लगा दिया गया और मणिपुर में अगले 5 दिनों के लिए इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई है। भारतीय महिला बॉक्सर और पूर्व राज्यसभा सांसद मैरी कॉम ने ट्वीट कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सहायता मांगी।
'मेरा मणिपुर जल रहा है'- मैरी कॉम
मणिपुर हिंसा पर बॉक्सर और पूर्व राज्यसभा सांसद मैरी कॉम ने ट्वीट कर कुछ तस्वीरे शेयर कर लिखा है कि ' उन्होंने केंद्र सरकार से सहायता मांगी। और एक न्यूज एजेंसी से बात करते हुए उन्होंने कहा कि "अभी स्थिति बहुत बुरी है और मैं अच्छा महसूस नहीं कर रही हूं। मैं राज्य और केंद्र सरकार से स्थिति के लिए कदम उठाने और राज्य में शांति और सुरक्षा बनाए रखने की अपील करती हूं। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि इस हिंसा में कुछ लोगों ने अपने परिवार के सदस्यों को खो दिया।"
My state Manipur is burning, kindly help @narendramodi @PMOIndia @AmitShah @rajnathsingh @republic @ndtv @IndiaToday pic.twitter.com/VMdmYMoKqP
— M C Mary Kom OLY (@MangteC) May 3, 2023
मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने कहा कि '24 घंटे के बाद से कुछ जगहों पर झड़प और तोड़-फोड़ की घटनाएं सामने आई हैं। ये घटनाएं हमारे समाज के दो वर्गों के बीच प्रचलित गलतफहमी का परिणाम हैं। राज्य सरकार स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सभी कदम उठा रही है।'
#WATCH 24 घंटे के बाद से कुछ जगहों पर झड़प और तोड़-फोड़ की घटनाएं सामने आई हैं। ये घटनाएं हमारे समाज के दो वर्गों के बीच प्रचलित गलतफहमी का परिणाम हैं। राज्य सरकार स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सभी कदम उठा रही है: मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह pic.twitter.com/BaQIZuHcJS
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 4, 2023
सुत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आपको बता दें कि 'केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह से बात की है और राज्य में स्थिति का जायजा लिया है, जहां जनजातीय समूहों द्वारा कई जिलों में रैलियां निकालने के बाद कानून व्यवस्था बाधित हुई है। आरएएफ की कुछ कंपनियों को राज्य में भेजा गया है, हालांकि स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पर्याप्त संख्या में सेना और अर्धसैनिक बल पहले से ही वहां तैनात हैं'