PM Modi 11 resolutions: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संविधान की 75वीं वर्षगांठ पर संसद में अपने संबोधन में देश के विकास और लोकतंत्र को मजबूती देने के लिए 11 संकल्प प्रस्तुत किए. उन्होंने इन संकल्पों को भारत को 'विकसित भारत' बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण बताया. इसके साथ ही पीएम मोदी ने कांग्रेस और विपक्षी दलों पर संविधान के साथ खिलवाड़ करने और लोकतांत्रिक परंपराओं को कमजोर करने का आरोप लगाया.
प्रधानमंत्री मोदी ने नेहरू से लेकर राहुल गांधी तक कांग्रेस के नेतृत्व पर तीखा हमला किया. उन्होंने आपातकाल का उल्लेख करते हुए कांग्रेस पर लोकतंत्र और संविधान की धज्जियां उड़ाने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि एक परिवार ने संविधान का बार-बार दुरुपयोग किया और इसे कमजोर करने की हरसंभव कोशिश की.
प्रधानमंत्री ने संसद में 'विकसित भारत' का खाका पेश करते हुए 11 महत्वपूर्ण संकल्पों की घोषणा की. ये संकल्प संवैधानिक मूल्यों, समावेशी विकास और भ्रष्टाचार मुक्त समाज के निर्माण पर आधारित हैं. ये संकल्प इस प्रकार हैं:
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में कांग्रेस पर तीखी टिप्पणी की. उन्होंने कहा, "कांग्रेस के एक परिवार ने संविधान पर प्रहार करने में कोई कसर नहीं छोड़ी." उन्होंने नेहरू से लेकर राहुल गांधी तक पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस ने लोकतंत्र और संवैधानिक मूल्यों को बार-बार कमजोर किया.
प्रधानमंत्री ने आपातकाल का जिक्र करते हुए कहा कि कांग्रेस ने संविधान की भावना को कुचल दिया. उन्होंने कहा, "आपातकाल के दौरान अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला हुआ और संविधान को ताक पर रख दिया गया."
प्रधानमंत्री ने वंशवादी राजनीति और भ्रष्टाचार को समाप्त करने की आवश्यकता पर बल दिया. उन्होंने कहा कि वंशवाद भारतीय राजनीति के लिए एक बड़ा खतरा है और इसे खत्म करना जरूरी है.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उनकी सरकार संविधान का आदर करते हुए देश को विकास के पथ पर आगे ले जा रही है. उन्होंने यह भी कहा कि 2014 के बाद से उनकी सरकार ने संविधान के अनुरूप नीतियां बनाई हैं. First Updated : Saturday, 14 December 2024