बाबा सिद्धिकी हत्या मामले में आरोपियों का प्लान बी सामने आया

बाबा सिद्धिकी हत्या मामले में आरोपी ने अपनी बयान में दो योजनाओं का खुलासा किया। गौरव आपुणे ने बताया कि मुख्य योजना विफल होने पर एक बैकअप प्लान तैयार किया गया था। पुणे में गिरफ्तार आरोपी ने यह भी कहा कि उसे झारखंड भेजा गया था शूटिंग करने के लिए। मास्टरमाइंड शुभम लोंकर ने हत्या के बाद आरोपियों को बड़े इनाम देने की बात भी कही। मुंबई क्राइम ब्रांच ने इस मामले में हथियारों की बरामदगी की है।

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मुंबई: महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्धिकी की हत्या मामले में आरोपी के पास एक बैकअप योजना (प्लान बी) थी. जो अगर मुख्य योजना (प्लान ए) विफल होती, तो उसे लागू किया जाता. 66 वर्षीय बाबा सिद्धिकी की हत्या 12 अक्टूबर को मुंबई के बांद्रा क्षेत्र में उनके बेटे के कार्यालय के बाहर तीन हमलावरों द्वारा की गई थी।

गौरव विलास आपुणे का कबूलनामा

गौरव विलास आपुणे, जिसे पुणे से दो दिन पहले गिरफ्तार किया गया, ने जांचकर्ताओं से कहा कि उसे शूटिंग के लिए इसलिए चुना गया. क्योंकि वह बैकअप योजना का हिस्सा था. गौरव इस हाई-प्रोफाइल हत्या मामले में पकड़े गए 16वें आरोपी हैं.

प्लान ए और प्लान बी: एक बैकअप रणनीति

मुंबई क्राइम ब्रांच ने गौरव विलास आपुणे को पुणे से गिरफ्तार किया. पूछताछ के दौरान गौरव ने अधिकारियों को बताया कि बाबा की हत्या के लिए दो योजनाएं बनाई गई थीं. अगर मुख्य योजना (प्लान ए) विफल हो जाती, तो प्लान बी को लागू किया जाना था. गौरव ने यह भी खुलासा किया कि उसे झारखंड भेजा गया था, जहां उसने शूटिंग की प्रैक्टिस की. जानकारी के मुताबिक, प्लान बी के लिए छह शूटरों की भर्ती की गई थी.

झारखंड में शूटिंग की प्रैक्टिस

गौरव और पहले से गिरफ्तार आरोपी रुपेश मोहोल को शुभम लोंकर, जो इस हत्या का मास्टरमाइंड है, ने शूटिंग की प्रैक्टिस के लिए झारखंड भेजा था. लोंकर ने उन्हें हथियार भी उपलब्ध कराए थे. क्राइम ब्रांच अधिकारियों का कहना है कि वे झारखंड में शूटिंग की जगह का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं. गौरव और रुपेश 28 जुलाई को झारखंड गए थे और 29 जुलाई को पुणे लौटे थे.

आरोपियों को दिए गए इनाम

जांच में यह भी सामने आया है कि शुभम लोंकर ने चार गिरफ्तार आरोपियों – रुपेश मोहोल, करण साल्वे, शिवम कोहद और गौरव आपुणे को हत्या करने के बाद चार बड़े इनाम देने का वादा किया था. इनाम में ₹25 लाख, एक अपार्टमेंट, एक कार और दुबई यात्रा शामिल थी.

हथियारों की बरामदगी

क्राइम ब्रांच ने हत्या मामले में पांच पिस्तौल और 64 जिंदा कारतूस जब्त किए हैं. इनमें से तीन पिस्तौल मुंबई से, एक पनवेल से और एक पुणे से मिली हैं. क्राइम ब्रांच को आशंका है कि एक और पिस्तौल और 40 से 50 जिंदा कारतूस अभी भी बरामद नहीं हो पाए हैं. First Updated : Friday, 08 November 2024