Union Home Minister Amit Shah: जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव के लिए पहले चरण का मतदान हो चुका है. ऐसे में सभी राजनीतिक दलों का ध्यान दूसरे चरण के मतदान पर है. इस बीच आज यानी रविवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जम्मू कश्मीर के दौरे पर पहुंचे. इस दौरान उन्होंने नौशेरा में एक रैली को संबोधित करते हुए आरक्षण पर कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) नेताओं के रुख की आलोचना की और आश्वासन दिया कि पहाड़ी, गुज्जर और दलितों सहित वंचित वर्गों के लिए आरक्षण बरकरार रहेगा.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, रैली को संबोधित करते हुए अमित शाह ने आगे कांग्रेस पर आरक्षण हटाने का प्रयास करने का आरोप लगाया और अमेरिका में राहुल गांधी के उस बयान का हवाला दिया जिसमें उन्होंने कहा था कि पहाड़ियों को अब आरक्षण की जरूरत नहीं है.
इस बीच शाह ने आगे कहा, 'कांग्रेस, एनसी ने कहा है कि हम पहाड़ी, गुज्जर बकरवाल, दलित, वाल्मीकि, ओबीसी समुदायों को दिए गए आरक्षण पर पुनर्विचार करेंगे. राहुल गांधी अमेरिका जाकर कहते हैं कि अब उनका विकास हो गया है, अब उन्हें आरक्षण की जरूरत नहीं है. राहुल बाबा, हम आपको आरक्षण खत्म नहीं करने देंगे. वहीं शाह ने दोहराया कि आरक्षण बरकरार रहेगा और साथ ही नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला के अनुच्छेद 370 को बहाल करने के आह्वान को भी खारिज कर दिया तथा दृढ़ता से कहा कि 'कोई भी इसे वापस नहीं ला सकता.'
इसके साथ ही शाह ने आतंकवाद पर भी कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की सरकार में जम्मू-कश्मीर में किसी भी पत्थरबाज या आतंकवादी को छोड़ा नहीं जाएगा. उन्होंने कहा कि जब तक आतंकवाद का पूरी तरह से सफाया नहीं हो जाता, तब तक पाकिस्तान के साथ कोई बातचीत नहीं होगी. पाकिस्तान के बजाय शाह ने जम्मू-कश्मीर के युवाओं से बात करने का संकल्प लिया, जिन्हें उन्होंने "शेर" कहा.
गृह मंत्री ने आतंकवादियों और पत्थरबाजों की रिहाई का कथित तौर पर समर्थन करने के लिए एनसी-कांग्रेस गठबंधन की निंदा की. उन्होंने जम्मू की पहाड़ियों में आतंकवाद को फिर से जीवित करने के बारे में फारूक अब्दुल्ला की टिप्पणी को खारिज कर दिया और इसके बजाय आतंकवाद को 'जमीन के अंदर' दफनाने का वादा किया.
अमित शाह ने सीमा पर रहने वाले लोगों की सुरक्षा का भरोसा दिलाते हुए कहा कि सरकार ने भूमिगत बंकर बनाए हैं, लेकिन इस बात पर जोर दिया कि जल्द ही इनकी जरूरत नहीं रह जाएगी, क्योंकि सीमा पार से कोई भी गोलीबारी करने की हिम्मत नहीं करेगा। उन्होंने कहा, 'अगर वे गोली चलाएंगे, तो हम गोले से जवाब देंगे.' First Updated : Sunday, 22 September 2024