'तो खत्म करो INDIA Bloc...', ममता, अखिलेश और तेजस्वी के बाद अब उमर अबदुल्ला ने कही ये बात
उमर अब्दुल्ला ने कहा कि बदकिस्मती की बात है कि इंडिया ब्लॉक की कोई बैठक नहीं हो रही है. इसका लीडर कौन होगा? एजेंडा क्या होगा? अलायंस कैसे आगे बढ़ेगा? इस पर कोई चर्चा नहीं हो रही है. हम अभी एक रहेंगे या नहीं इसे लेकर कोई स्पष्टता नहीं है.
लोकसभा चुनाव से पहले बड़े शोर-शराबे और हंगामे के साथ तमाम विपक्षी पार्टियों ने 'INDIA' गठबंधन बनाया. हालांकि गठबंधन बनने के कुछ दिन बाद ही एक अहम पार्टी जेडीयू ने भाजपा के साथ NDA में शामिल हो गई. इसके अलावा लोकसभा चुनावों में भी राज्य की पार्टियों ने कांग्रेस से किनारा किया. ना सिर्फ लोकसभा में बल्कि विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को इंडिया गंठबंधन की सहयोगी पार्टिया से अलग होकर चुनाव लड़ना पड़ रहा है. इसी के देखते हुए गुरुवार को जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्लाह ने कहा कि विपक्ष एकजुट नहीं है, इसलिए इंडिया ब्लॉक को भंग कर देना चाहिए.
उमर अब्दुल्ला ने कहा कि बदकिस्मती की बात है कि इंडिया ब्लॉक की कोई बैठक नहीं हो रही है. इसका लीडर कौन होगा? एजेंडा क्या होगा? अलायंस कैसे आगे बढ़ेगा? इस पर कोई चर्चा नहीं हो रही है. हम अभी एक रहेंगे या नहीं इसे लेकर कोई स्पष्टता नहीं है. अब्दुल्ला ने कहा कि दिल्ली चुनाव के बाद अलायंस की मीटिंग होनी चाहिए. स्पष्टता आनी चाहिए. अगर अलायंस सिर्फ लोकसभा तक था तो इंडिया अलायंस को बंद करो. लेकिन अगर विधानसभा में भी रखना है तो अलायंस को साथ काम करना चाहिए.
एक दूसरे खिलाफ लड़ रही AAP और कांग्रेस
दिल्ली चुनाव से पहले आप और कांग्रेस के बीच तीखी नोकझोंक पर जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि विपक्ष एकजुट नहीं है, इसलिए इंडिया ब्लॉक को भंग कर देना चाहिए. आप और कांग्रेस दोनों ही इंडिया ब्लॉक का हिस्सा हैं लेकिन दोनों पार्टियां दिल्ली चुनाव अलग-अलग लड़ रही हैं. बात सिर्फ यहीं तक खत्म नहीं होती, ये दोनों पार्टियां एक दूसरे जमकर छीटाकशी भी कर रही हैं.
कोई मीटिंग नहीं हुई
उमर अब्दुल्ला की पार्टी नेशनल कांफ्रेंस खुद 'इंडिया' का हिस्सा है. लेकिन उन्होंने 2024 के चुनावों के बाद इंडिया ब्लॉक के भविष्य को लेकर स्पष्टता की कमी पर दुख जताया. जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री ने कहा,'यह बदकिस्मती की बात है कि इंडिया ब्लॉक की कोई बैठक नहीं हुई है. नेतृत्व कौन करेगा? एजेंडा क्या होगा? गठबंधन कैसे आगे बढ़ेगा? इन मुद्दों पर कोई चर्चा नहीं हुई है. इस बात पर कोई स्पष्टता नहीं है कि हम एकजुट रहेंगे या नहीं.'
तेजस्वी ने भी किया किनारा
बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने इससे पहले इंडिया ब्लॉक के टूटने के सवाल पर कहा था कि ये पहले से ही तय था कि इंडिया ब्लॉक लोकसभा के लिए है. अगर बिहार की बात की जाए, तो यहां पर हम लोग शुरू से साथ थे. दिल्ली विधानसभा चुनाव में आरजेडी के लड़ने की संभावना को लेकर उन्होंने कहा था कि अभी हमारी पार्टी ने इस पर फैसला नहीं लिया है कि दिल्ली में चुनाव लड़ेंगे या नहीं.
5 फरवरी को वोटिंग, AAP के साथ INDIA का हाथ
इंडिया गठबंधन के घटकदल आम आम पार्टी को सपोर्ट कर रहे हैं. समाजवादी पार्टी, टीएमसी और उद्धव ठाकरे की शिवसेना केजरीवाल की पार्टी को सपोर्ट कर रहे हैं. दिल्ली की सभी सीटों पर कांग्रेस और आम आदी पार्टी अकेले चुनाव लड़ रही है. पहले साथ चुनाव लड़ने की चर्चा थी. दिल्ली में पांच फरवरी को मतदान है. सभी 70 सीटों पर एक चरण में वोट डाले जाएंगे. 8 फरवरी को वोटों की गिनती होगी.
अखिलेश के बयान से मची थी खलबली
समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने इससे पहले कहा था कि हमने दिल्ली के लोगों के साथ भेदभाव होते देखा है. मैं अरविंद केजरीवाल जी को बधाई देता हूं कि इतना कुछ होने के बाद भी उनका हौसला कम नहीं हुआ है. मुझे पूरा भरोसा है की माताएं और बहनें दिल्ली के लाल को दोबारा सत्ता में आने का मौका देंगी. मैं आपको भरोसा दिलाता हूं कि समाजवादी पार्टी पूरी जिम्मेदारी से आपके साथ खड़ी है. कभी भी आपको सहयोग और मदद की जरूरत होगी, हम आपके साथ खड़े दिखेंगे.क्योंकि दिल्ली जितनी आपकी है और जितना AAP सरकार ने काम किया है, उतना ही हम महसूस करते हैं. उन्होंने कहा था कि AAP को एक बार फिर यहां काम करने का मौका मिलना चाहिए. दिल्ली की सरकार ने शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में बहुत बदलाव किया है. अगर इसी तरह से उसे आपकी सुरक्षा की जिम्मेदारी भी मिल जाती है तो फिर आप सुरक्षित हो जाएंगे.