'यह मुद्दा हर भक्त को दुखी करेगा...', तिरुपति लड्डू विवाद पर बोले राहुल गांधी
Rahul Gandhi: तिरुपति लड्डू विवाद पर राहुल गांधी की प्रतिक्रिया सामने आई है. गांधी ने इस मुद्दे की गहन जांच की मांग की और धार्मिक स्थलों की पवित्रता बनाए रखने की आवश्यकता पर बल दिया. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में गांधी ने कहा, 'तिरुपति के श्री वेंकटेश्वर मंदिर में प्रसाद को अपवित्र करने की खबरें परेशान करने वाली हैं.
Rahul Gandhi: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को आंध्र प्रदेश के श्री वेंकटेश्वर मंदिर में वितरित किए जाने वाले प्रसिद्ध तिरुपति लड्डू में मिलावट की खबरों पर चिंता व्यक्त की. गांधी ने इस मुद्दे की गहन जांच की मांग की और धार्मिक स्थलों की पवित्रता बनाए रखने की आवश्यकता पर बल दिया. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में गांधी ने कहा, 'तिरुपति के श्री वेंकटेश्वर मंदिर में प्रसाद को अपवित्र करने की खबरें परेशान करने वाली हैं. भगवान बालाजी भारत और दुनिया भर में लाखों भक्तों के लिए पूजनीय देवता हैं. यह मुद्दा हर भक्त को दुखी करेगा और इस पर गहनता से विचार किए जाने की जरूरत है.'
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, राहुल गांधी की यह टिप्पणी पहाड़ी मंदिर में प्रतीकात्मक प्रसाद के रूप में चढ़ाए जाने वाले लड्डू को तैयार करने में पशु वसा के कथित उपयोग को लेकर बढ़ते राष्ट्रीय विवाद के बीच आई है. उन्होंने अधिकारियों से तुरंत कार्रवाई करने का आग्रह किया और कहा, 'भारत भर में अधिकारियों को हमारे धार्मिक स्थलों की पवित्रता की रक्षा करनी होगी.'
तिरुपति लड्डू पर क्या है विवाद?
यह विवाद तब शुरू हुआ जब आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने लड्डू में इस्तेमाल की जाने वाली सामग्री की गुणवत्ता को लेकर चिंता जताई. नायडू ने आरोप लगाया कि पिछली वाईएसआरसीपी के नेतृत्व वाली सरकार के दौरान गुणवत्ता मानकों को बनाए रखने में विफलता रही थी, लड्डू तैयार करने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले घी में पशु चर्बी और अन्य अशुद्धियां पाई गई थीं. इन आरोपों से पूरे देश में आक्रोश फैल गया तथा श्रद्धालुओं ने पूजनीय प्रसाद के संभावित अपवित्रीकरण पर अपनी व्यथा व्यक्त की.
मामले पर क्या बोली TTD?
इस बीच मंदिर की शासी संस्था तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) ने कहा कि लैब परीक्षणों से ठेकेदार द्वारा आपूर्ति किए गए घी में लार्ड (सूअर की चर्बी) और अन्य अशुद्धियां होने की पुष्टि हुई है. टीटीडी के कार्यकारी अधिकारी जे. श्यामला राव ने कहा कि चार अलग-अलग लैब रिपोर्टों में एक जैसे नतीजे मिले हैं, जिसके कारण बोर्ड ने संबंधित ठेकेदार की आपूर्ति रोक दी है और उन्हें ब्लैकलिस्ट करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. तिरुपति में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान राव ने कहा, 'चारों सैंपल की रिपोर्ट में एक जैसे नतीजे आए हैं.' 'हमने तुरंत सप्लाई लेना बंद कर दिया। ठेकेदार को ब्लैकलिस्ट करने की प्रक्रिया चल रही है और उस पर जुर्माना लगाया जाएगा. अब कानूनी प्रक्रिया शुरू होगी.'
पूर्व CM जगन मोहन रेड्डी ने आरोपों का किया खंडन
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे.पी. नड्डा ने आंध्र प्रदेश सरकार से मामले पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी , जबकि केंद्रीय खाद्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने आरोपों की पूरी जांच की मांग की है. वहीं वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) ने किसी भी तरह की गड़बड़ी से इनकार किया है, जबकि पूर्व मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने इन दावों को 'ध्यान भटकाने की राजनीति' करार दिया है. उन्होंने नायडू पर आरोप लगाया कि वे इस विवाद का इस्तेमाल अपने प्रशासन से असंतोष से लोगों का ध्यान हटाने के लिए कर रहे हैं.
रेड्डी ने आरोप लगाया, 'एक ओर लोग चंद्रबाबू नायडू के 100 दिनों के शासन पर अपना गुस्सा जाहिर कर रहे हैं. वे पूछ रहे हैं कि उनके 'सुपर सिक्स' (चुनावी वादे) का क्या हुआ. इन परिस्थितियों में जनता का ध्यान भटकाने के लिए यह मनगढ़ंत कहानी गढ़ी जा रही है.' 'क्या दुनिया भर के करोड़ों भक्तों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ करना उचित है?'
एआर डेयरी कंपनी ने क्या कहा?
इस बीच मिलावटी घी की आपूर्ति करने की आरोपी कंपनियों में से एक, तमिलनाडु स्थित एआर डेयरी ने अपने उत्पाद की गुणवत्ता का बचाव करते हुए इस बात पर जोर दिया कि मंदिर को आपूर्ति किया गया सभी घी मान्यता प्राप्त लैबों द्वारा प्रमाणित है तथा आवश्यक मानकों को पूरा करता है.