जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. धारा 370 हटने के बाद यह पहला चुनाव होगा. इसके लिए सभी पार्टियों ने तैयारियां शुरू कर दी है. प्रचार-प्रसार जोर-शोर से शुरू हो गया है. ऐसे में राज्य की प्रमुख पार्टी पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) की नेता महबूबा मुफ्ती ने आज कई मुद्दों पर बात की. इतना ही नहीं उन्होंने आतंकवाद निरोधक अधिनियम के बारे में भी कई बाते कहीं. तो आइए जानते हैं कि महबूबा मुफ्ती ने क्या कहा.
दरअसल उन्होंने कहा कि दक्षिण कश्मीर के लोग समझ गए हैं कि पीडीपी ने उनके लिए क्या किया है. पोटा (आतंकवाद निरोधक अधिनियम) और टास्क फोर्स की सबसे बड़ी मुश्किलें दक्षिण कश्मीर में थीं. हमने लोगों को उन सब से मुक्त कराया. लोग समझते हैं कि केवल पीडीपी ही उन्हें भाजपा द्वारा हमारी जमीन और नौकरियों के संबंध में किए गए अत्याचारों से बचा सकती है.
हाल ही में महबूबा मुफ्ती ने गठबंधन पर भी निशाना साधा था.उन्होंने कहा था कि मैंने पहले भी कहा है, एनसी और कांग्रेस गठबंधन सिद्धांतों पर आधारित नहीं है, अगर यह सिद्धांतों पर आधारित होता, तो 1987 के विधानसभा चुनाव के दौरान. उन्होंने जम्मू-कश्मीर को खून की नदी में नहीं धकेला होता. साल 1987 से जम्मू-कश्मीर में खून की वह नदी आज भी बह रही है, इसके पीछे की वजह एनसी की ये हरकतें हैं. वे सरकार बनाने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं.
पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा ने कहा कि नेशनल कॉन्फ्रेंस ने हर जगह से कांग्रेस के खिलाफ अपने आजाद उम्मीदवारों को भी मैदान में उतारा है, ठीक उसी तरह जैसे उन्होंने लद्दाख में किया था. बाद में वह उम्मीदवार नेशनल कॉन्फ्रेंस में चला गया है. यह पहली बार नहीं है जब महबूबा ने गठबंधन पर निशाना साधा हो. पिछले हफ्ते शुक्रवार को पीडीपी अध्यक्ष ने कहा था कि यह सत्ता हासिल करने के लिए की गई सीट-बंटवारे की व्यवस्था है. First Updated : Thursday, 12 September 2024