मणिपुर में असम राइफल और CRPF की संयुक्त कार्रवाई, 10 आतंकवादी ढेर
मणिपुर में असम राइफल्स और सीआरपीएफ के संयुक्त ऑपरेशन में 10 उपद्रवियों को मार गिराया गया। इस दौरान सुरक्षाबलों का एक जवान घायल हो गया। यह कार्रवाई राज्य में हो रही हिंसा और आतंकवादियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान का हिस्सा थी।
मणिपुर: मणिपुर के जिरीबाम इलाके में असम राइफल और सीआरपीएफ ने मिलकर एक बड़े ऑपरेशन को अंजाम दिया, जिसमें उन्होंने 10 हथियारबंद कुकी उपद्रवियों को मार गिराया। यह घटना उस समय हुई जब हथियारों से लैश उपद्रवियों ने सीआरपीएफ पोस्ट पर हमला किया था। सुरक्षा बलों ने तत्काल प्रतिक्रिया देते हुए जवाबी कार्रवाई की और 10 उपद्रवियों को ढेर कर दिया। इस हमले में सीआरपीएफ का एक जवान घायल भी हुआ है।
सीआरपीएफ और असम राइफल का संयुक्त ऑपरेशन
मणिपुर में कुकी और मैतेयी समुदाय के बीच बढ़ते संघर्ष के बीच उग्रवादियों ने सुरक्षाबलों को फिर से निशाना बनाया। हालांकि, इस बार सुरक्षाबल पूरी तरह से तैयार थे और उन्होंने उपद्रवियों को मुंहतोड़ जवाब दिया। पिछले कुछ महीनों में इस क्षेत्र में कई हमले हो चुके हैं, लेकिन इस बार सुरक्षाबल की तत्परता ने हमलावरों को विफल कर दिया।
इंफाल में उग्रवादियों की गोलीबारी
सोमवार सुबह इंफाल पूर्व जिले के एक गांव में उग्रवादियों ने पास की पहाड़ियों से गोलीबारी की, जिसमें एक किसान घायल हो गया। घटना उस समय हुई जब किसान खेतों में काम कर रहे थे। गोलीबारी से स्थानीय किसान डर गए हैं और उनकी फसल की कटाई प्रभावित हो रही है। यह गोलीबारी लगातार तीसरे दिन हो रही थी, जिससे क्षेत्र में भय का माहौल बन गया है।
सुरक्षाबलों की तत्परता और प्रतिक्रिया
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, गोलीबारी सुबह करीब 9:20 बजे हुई, जब उग्रवादियों ने कांगपोकपी जिले के पहाड़ी क्षेत्रों से याइंगंगपोकपी क्षेत्र में स्थित किसानों को निशाना बनाया। गोलीबारी में एक किसान घायल हो गया, और उसे इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया। सुरक्षाबल ने तुरंत कार्रवाई की और स्थिति को नियंत्रित किया, लेकिन यह घटना किसानों के बीच डर का कारण बनी हुई है।
मणिपुर में जातीय संघर्ष की बढ़ती स्थिति
मणिपुर में कुकी और मैतेयी समुदायों के बीच जारी जातीय संघर्ष अब और गंभीर हो गया है। पुलिस के मुताबिक, मई से अब तक 200 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है, और हजारों लोग अपने घरों से बेघर हो गए हैं। चुराचांदपुर और विष्णुपुर जिलों में भी उग्रवादियों द्वारा हमले जारी हैं, और हाल ही में एक महिला किसान की गोली लगने से मौत हो गई थी। यह संघर्ष मणिपुर के विभिन्न इलाकों में बढ़ता जा रहा है, जिससे स्थिति और भी जटिल हो गई है।