पाकिस्तान की जेल से आजाद हुए 22 भारतीय, वाघा बॉर्डर पर खुशी के आंसू
Pakistan freed Indian fishermen: पाकिस्तान की कराची जेल में बंद 22 भारतीय मछुआरों को सजा पूरी होने के बाद रिहा कर दिया गया. शनिवार को इन्हें वाघा बॉर्डर के जरिए भारतीय अधिकारियों को सौंपा गया, जहां उनके परिवारों ने भावुक होकर स्वागत किया. लंबे इंतजार के बाद घर लौटे इन मछुआरों की आंखों में खुशी और राहत के आंसू छलक पड़े.

Pakistan freed Indian fishermen: भारत और पाकिस्तान के बीच कैदियों की अदला-बदली की प्रक्रिया के तहत शनिवार को पाकिस्तान की कराची जेल से 22 भारतीय मछुआरों को रिहा किया गया. ये सभी मछुआरे वाघा बॉर्डर के जरिए स्वदेश लौटे, जहां उनके परिवारों और भारतीय अधिकारियों ने उनका भावनात्मक स्वागत किया. रिहाई के बाद इन मछुआरों की आंखों में आंसू थे, वहीं परिजन अपनों को देखकर बेहद भावुक हो गए.
पाकिस्तान की जेल में लंबे समय तक रहने के बाद लौटे इन मछुआरों ने राहत की सांस ली. भारत और पाकिस्तान के जलक्षेत्र में मछली पकड़ते समय सीमा पार कर जाने के चलते ये मछुआरे गिरफ्तार कर लिए गए थे. अब सजा पूरी होने के बाद उन्हें वापस भेजा गया है.
वाघा बॉर्डर पर सौंपे गए भारतीय मछुआरे
पाकिस्तानी अधिकारियों ने इन सभी 22 मछुआरों को वाघा बॉर्डर पर भारतीय अधिकारियों को सौंप दिया. ईदी फाउंडेशन के सहयोग से कराची से लाहौर लाए गए इन मछुआरों को वहां से वाघा बॉर्डर तक पहुंचाया गया. फाउंडेशन की ओर से प्रत्येक मछुआरे को 5,000 पाकिस्तानी रुपये, भोजन और उपहार भी प्रदान किए गए.
रिहा किए गए मछुआरों की सूची
रिहा किए गए भारतीय मछुआरों में भूपत, माला, कृष्ण, खलाफ, मोहन, आसिफ, अशोक, अकबर, लखमन, मोजी, दीपक, राम, हरि, टपू, सुरेश, विजय, मनोज कुमार, वीनू, महेश, सुभाष, संजय और सेलेंद्र शामिल हैं. कराची की मलीर जेल के अधीक्षक अरशद शाह ने बताया कि इन सभी मछुआरों को उनकी सजा पूरी होने के बाद रिहा किया गया.
समुद्री सीमा पार करने पर होती हैं गिरफ्तारियां
भारत और पाकिस्तान की समुद्री सीमाओं के नजदीक मछली पकड़ते समय अक्सर मछुआरे गलती से सीमा पार कर जाते हैं, जिसके कारण दोनों देशों की नौसेनाएं उन्हें गिरफ्तार कर लेती हैं. इस मसले को लेकर ईदी फाउंडेशन के अध्यक्ष फैसल ईदी ने भारत और पाकिस्तान दोनों से अपील की कि वे मछुआरों के प्रति अधिक सहानुभूति दिखाएं और उनकी जल्द रिहाई की प्रक्रिया अपनाएं.
भारत-पाकिस्तान में कितने कैदी?
इस साल 1 जनवरी को दोनों देशों के बीच कैदियों की सूची का आदान-प्रदान हुआ था, जिसमें बताया गया कि पाकिस्तान की जेलों में कुल 266 भारतीय कैदी हैं, जिनमें 217 मछुआरे शामिल हैं. वहीं, भारत की जेलों में 462 पाकिस्तानी कैदी बंद हैं, जिनमें 81 मछुआरे शामिल हैं.
अब तक 2639 भारतीय मछुआरे लौटे भारत
भारत के विदेश मंत्रालय द्वारा लोकसभा में 12 दिसंबर 2024 को दिए गए जवाब के अनुसार, 2014 से अब तक कुल 2639 भारतीय मछुआरों को पाकिस्तान से रिहा कर भारत वापस लाया गया है. फैसल ईदी ने इस दौरान जेल में रहने वाले मछुआरों और उनके परिवारों की पीड़ा को उजागर किया और दोनों देशों की सरकारों से अपील की कि वे सजा पूरी होने के तुरंत बाद मछुआरों की रिहाई सुनिश्चित करें.
वाघा बॉर्डर से होती है वापसी प्रक्रिया
भारतीय मछुआरों को रिहा करने के बाद पाकिस्तान उन्हें वाघा बॉर्डर तक लाता है, जहां भारतीय अधिकारी सभी औपचारिकताएं पूरी कर उनकी स्वदेश वापसी की व्यवस्था करते हैं. इसी तरह, भारत भी पाकिस्तानी मछुआरों को रिहा कर वाघा बॉर्डर तक पहुंचाता है, जहां से पाकिस्तानी अधिकारी उन्हें वापस ले जाते हैं.