3 की मौत, 138 गिरफ्तार… मुर्शिदाबाद में वक्फ एक्ट विरोध में हिंसा, BJP ने कहा हिंदू सुरक्षित नहीं
Murshidabad Violence: बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में वक्फ एक्ट के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हिंसक हो गया. इसमें तीन लोगों की मौत हो गई और 138 लोगों को गिरफ्तार किया गया. इस घटना ने पूरे क्षेत्र में तबाही मचाई, और राज्य सरकार को शांति बनाए रखने के लिए पैरा-मिलिट्री फोर्स की तैनाती करनी पड़ी. विपक्ष ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार हिंदू समुदाय की सुरक्षा सुनिश्चित करने में विफल रही है.

Murshidabad Violence: बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में शुक्रवार को वक्फ एक्ट के खिलाफ हिंसा भड़क गई, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई और 138 लोगों को गिरफ्तार किया गया. मृतकों में एक पिता और पुत्र शामिल हैं, जिन्हें शनिवार को भीड़ ने निर्मम तरीके से मौत के घाट उतार दिया. वहीं एक अन्य प्रदर्शनकारी ने गोली लगने से दम तोड़ दिया. इस घटना के बाद पूरे मुर्शिदाबाद में ध्वंस और तबाही के दृश्य देखे गए, और केंद्रीय बलों ने स्थिति को काबू करने के लिए रातभर गश्त की.
हिंसा के बाद राज्य सरकार ने हिंसा प्रभावित इलाकों में पैरा-मिलिट्री फोर्स की तैनाती की है. कलकत्ता उच्च न्यायालय ने भी इस मामले में हस्तक्षेप करते हुए संवेदनशील इलाकों में फोर्स भेजने के आदेश दिए हैं. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शांति बनाए रखने की अपील की है, जबकि विपक्षी नेता सुवेंदु अधिकारी ने आरोप लगाया है कि राज्य में हिंदू सुरक्षित नहीं हैं और कुछ राजनीतिक दल राजनीतिक लाभ के लिए धर्म का इस्तेमाल कर रहे हैं.
मुर्शिदाबाद में वक्फ एक्ट पर बवाल
मुर्शिदाबाद में वक्फ एक्ट को लेकर शुक्रवार से शुरू हुए विरोध प्रदर्शन शनिवार को और भी हिंसक हो गए. प्रदर्शनकारियों ने सड़कों पर उतरकर विरोध किया और कई जगहों पर झड़पें हुईं. इसमें तीन लोगों की मौत हो गई. मृतकों में एक पिता और उसके पुत्र का नाम प्रमुख है, जिन्हें भीड़ ने धारदार हथियारों से हमला कर मार डाला. एक अन्य व्यक्ति की मौत गोली लगने से हुई.
राज्य सरकार का शांति बनाए रखने का प्रयास
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस हिंसा पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि कुछ राजनीतिक दलों द्वारा धर्म को राजनीति के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है, जो स्थिति को और बिगाड़ रहा है. उन्होंने शांति बनाए रखने की अपील की और कहा कि राज्य सरकार स्थिति पर नियंत्रण करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है. उन्होंने यह भी बताया कि मुर्शिदाबाद में शांति बनाए रखने के लिए लगभग 300 बीएसएफ जवानों को तैनात किया गया है.
कलकत्ता उच्च न्यायालय का हस्तक्षेप
कलकत्ता उच्च न्यायालय ने भी इस मामले में हस्तक्षेप करते हुए संवेदनशील इलाकों में पैरा-मिलिट्री फोर्स की तैनाती का आदेश दिया. न्यायालय ने शनिवार को हुई सुनवाई के दौरान कहा कि वह पश्चिम बंगाल के कुछ जिलों में हो रही तोड़फोड़ की रिपोर्ट्स को नजरअंदाज नहीं कर सकता. न्यायालय ने शांति बहाली के लिए पुलिस और केंद्रीय बलों को सक्रिय किया और रातभर गश्त की व्यवस्था की.
हिंदू समुदाय सुरक्षित नहीं- बीजेपी
विपक्षी पार्टी बीजेपी के नेता सुवेंदु अधिकारी ने बंगाल की स्थिति को लेकर गंभीर चिंता व्यक्त की. उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य में हिंदू समुदाय सुरक्षित नहीं है और इस प्रकार की घटनाएं राज्य सरकार की नाकामी को दर्शाती हैं. उन्होंने मांग की कि केंद्रीय बलों को उत्तर 24 परगना और हुगली जिले में तैनात किया जाए, जहां हिंसा के बाद तनाव बना हुआ है.
पुलिस और प्रशासन की कड़ी निगरानी
राज्य के पुलिस प्रमुख राजीव कुमार ने शनिवार को शमशेरगंज क्षेत्र का दौरा किया, जो हिंसा से सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ था. उन्होंने पुलिस अधिकारियों के साथ इलाके का निरीक्षण किया और रातभर गश्त की. इसके अलावा, विभिन्न प्रभावित इलाकों में पुलिस और केंद्रीय बलों की तैनाती की गई है, ताकि स्थिति को और बिगड़ने से रोका जा सके.
हिंसा केवल मुर्शिदाबाद तक सीमित नहीं रही. पुलिस के अनुसार, हिंसा का असर उत्तर 24 परगना और हुगली जिले के चंपदानी क्षेत्र तक फैल गया था. स्थिति की गंभीरता को देखते हुए अधिकारियों ने इन जिलों में भी कड़ी निगरानी रखने का निर्णय लिया.