सोमवार को लोकसभा में 33 सांसदों के सस्पेंड होने के बाद राज्यसभा से भी 45 सांसदो के निलंबित कर दिय गया है. राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने इसको लेकर कहा कि सदस्य जानबूझकर पीठ की अवहेलना कर रहे हैं. जिसके चलते कामकाज नहीं हो पा रहा है. इस कारण कई सांसदो को चल रहे सत्र के लिए सस्पेंड किया जा रहा है. बता दें कि राज्यसभा कल 19 दिसंबर तक के लिए स्थगित कर दिया गया है.
निलंबित किए सांसदों में प्रमोद तिवारी, जयराम रमेश, केसी वेणुगोपाल, रामनाथ ठाकुर, मनोज झा, रामगोपाल यादव, जावेद अली खान, महुआ माजी और शांतनु सेन हैं. इसके साथ ही संस्पेड किए गए सांसदों के नाम- समीरुल इस्लाम, कनिमोझी, फैयाज अहमद, अजीत कुमार, ननारायन भाई जेठवा, रंजीत रंजन, रणदीप सुरजेवाला, रजनी पाटिल, एम संगम्म, अमी याग्निक, फूलो देवी नेताम और मौसम नूर हैं.
शीतकालीन सत्र की शेष अवधि के लिए आज संसद से निलंबित किए गए विपक्षी सांसदों ने संसद की सीढ़ियों पर विरोध प्रदर्शन किया. लोकसभा से 33 और राज्यसभा से 45 सांसदों को आज निलंबित कर दिया गया. बता दें कि लोकसभा से 3 और राज्यसभा से 11 सांसदों के निलंबन का मामला विशेषाधिकार समिति को भेजा गया है.
क्या कुछ बोलें कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल?
शीतकालीन सत्र के शेष समय के लिए खुद को और कई विपक्षी सांसदों को राज्यसभा से निलंबित किए जाने पर कांग्रेस के राज्यसभा सांसद केसी वेणुगोपाल का कहना है, ''सदन केवल एक ही उद्देश्य से चल रहा है, वह है विपक्ष की पूरी आवाज को दबाना और अधिकतम लोगों को निलंबित करें, जो लोगों और सुरक्षा के मुद्दे उठा रहे हैं...अब संसद विपक्षी सांसदों के निलंबन के लिए है, बहस और चर्चा के लिए नहीं.''
बता दें कि कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी समेत कई और सांसदों को लोकसभा से पूरे सत्र के लिए सस्पेंड कर दिया गया है. जिसमें 33 सांसदों को निलंबित कर दिया गया है. लोकसभा में अब तक कुल 47 कुल सांसदों को सस्पेंड कर दिया जा चुका है. First Updated : Monday, 18 December 2023