4 साल के बच्चे को हुआ HMPV, अहमदाबाद में 10 दिन में सामने आए पांच मामले
HMPV Cases: अहमदाबाद में चार वर्षीय बच्चे में मानव मेटान्यूमोवायरस (HMPV) संक्रमण की पुष्टि हुई है. यह 10 दिनों में दर्ज हुआ पांचवां मामला है. बच्चा 13 जनवरी को जाइडस अस्पताल में खांसी, जुकाम और बुखार की शिकायत के चलते भर्ती हुआ था. अहमदाबाद में इस सीजन का पहला मामला 6 जनवरी को सामने आया था.
HMPV Cases: गुजरात में स्वास्थ्य से जुड़ी चिंताएं बढ़ रही हैं क्योंकि अहमदाबाद में मानव मेटान्यूमोवायरस (HMPV) का एक और मामला सामने आया है. शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती चार वर्षीय बच्चे में यह संक्रमण पाया गया. 10 दिनों के भीतर HMPV के यह पांचवां मामला है, जिससे लोगों में जागरूकता और सतर्कता बढ़ाने की आवश्यकता महसूस की जा रही है.
HMPV संक्रमण का पहला मामला अहमदाबाद में 6 जनवरी को दर्ज किया गया था. चीन में इस वायरस के प्रकोप के बाद से यह चर्चा में आया और अब स्थानीय स्तर पर भी इसके मामले बढ़ रहे हैं.
4 साल के बच्चे को HMPV
अहमदाबाद नगर निगम के स्वास्थ्य अधिकारी भाविन सोलंकी ने बताया कि बुधवार को कृष्णानगर के रहने वाले चार साल के बच्चे में HMPV संक्रमण की पुष्टि हुई. बच्चे को 13 जनवरी को ज़ाइडस अस्पताल में खांसी, जुकाम और बुखार की शिकायत के चलते भर्ती कराया गया था. उसी दिन किए गए परीक्षण में HMPV संक्रमण पाया गया.
10 दिनों में पांच मामले
अहमदाबाद में अब तक HMPV के पांच मामले सामने आ चुके हैं. इनमें से तीन मामले अहमदाबाद से हैं, जबकि एक राजस्थान और एक गुजरात के कच्छ जिले से हैं. राज्य में कुल मिलाकर अब तक HMPV के छह मामले दर्ज किए गए हैं.
क्या है HMPV?
HMPV, जिसे 2001 में खोजा गया था, पैरामाइक्सोविरिडे परिवार से संबंधित है. यह रेस्पिरेटरी सिंसिटियल वायरस से करीबी तौर पर जुड़ा हुआ है. यह वायरस सभी आयु वर्ग के लोगों में श्वसन संक्रमण का कारण बन सकता है.
कैसे फैलता है HMPV?
यह वायरस खांसने या छींकने से निकलने वाली बूंदों के माध्यम से फैलता है. इसके अलावा, दूषित सतहों को छूने या संक्रमित व्यक्ति के सीधे संपर्क में आने से भी संक्रमण हो सकता है. इसलिए सतर्कता और साफ-सफाई बेहद जरूरी है.
बढ़ते मामलों ने बढ़ाई चिंता
अहमदाबाद में 6 जनवरी को HMPV का पहला मामला सामने आया था. यह वही समय था जब चीन में इस वायरस के प्रकोप ने दुनिया का ध्यान खींचा था. अब स्थानीय मामलों की संख्या में वृद्धि लोगों को चिंतित कर रही है.
सावधानी बरतें, सुरक्षित रहें
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि इस वायरस से बचने के लिए खांसते या छींकते समय मुंह और नाक ढंकना, हाथ धोना और भीड़-भाड़ वाले स्थानों से बचना बेहद जरूरी है.