Odisha Sexual Assault case: ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजू जनता दल के अध्यक्ष नवीन पटनायक ने शुक्रवार को पुलिस हिरासत में भारतीय सेना के एक अधिकारी की मंगेतर के कथित यौन उत्पीड़न की अदालत की निगरानी में एसआईटी जांच और न्यायिक जांच की मांग की. ओडिशा विधानसभा में विपक्ष के नेता नवीन पटनायक ने घटना की निंदा की और इसे "बहुत चौंकाने वाला" बताया.
नवीन पटनायक ने कहा,"हाल ही में भुवनेश्वर के एक पुलिस स्टेशन में सेना के एक मेजर और उनकी मंगेतर के साथ जो हुआ, उसके बारे में सभी ने सुना है. उन दोनों के साथ हुई हिंसा और मेजर की मंगेतर पर कथित यौन हमले की यह बहुत ही चौंकाने वाली खबर है. हम इस मामले की पूरी न्यायिक जांच की मांग करते हैं और जल्द से जल्द कार्रवाई की जानी चाहिए."
समझ से परे है पुलिस का ऐसा व्यव्हार
बीजद प्रमुख ने कहा कि उनकी पार्टी इस "जघन्य" कृत्य की निंदा करती है और उम्मीद करती है कि भाजपा सरकार इसमें शामिल सभी लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करेगी.
नवीन पटनायक ने X पर लिखा,"भरतपुर पुलिस स्टेशन में सेना के एक मेजर और एक महिला के साथ जिस तरह का व्यवहार किया गया, वह चौंकाने वाला और समझ से परे है. पुलिस ने कथित तौर पर उनके साथ जिस तरह का व्यवहार किया है, उसने पूरे देश की अंतरात्मा को झकझोर कर रख दिया है. यह एक सेवारत सेना अधिकारी और #ओडिशा की एक महिला के साथ हुआ है.”
ओडिशा पुलिस ने बुधवार को भुवनेश्वर के भरतपुर पुलिस स्टेशन में एक सेना अधिकारी के साथ कथित मारपीट और उसकी मंगेतर के साथ “छेड़छाड़” के सिलसिले में पांच कर्मियों को निलंबित कर दिया था. पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) वाईबी खुरानिया द्वारा जारी आदेश के अनुसार, पांचों पुलिस कर्मियों को घोर कदाचार के आरोप में निलंबित कर दिया गया है.
सेना अधिकारी की मंगेतर के साथ कथित यौन उत्पीड़न में शामिल आरोपी पुलिस कर्मियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर महिला कार्यकर्ताओं के एक समूह ने शुक्रवार को पुलिस भवन के सामने धरना दिया.
पटनायक ने दावा किया, "हमारी सरकार के दौरान हमारे पास #मोसरकार की व्यवस्था थी, जिसमें मुख्यमंत्री, मंत्री और वरिष्ठ अधिकारी नागरिकों को पुलिस थानों और अस्पतालों सहित सरकारी कार्यालयों में उनके दौरे के बारे में फीडबैक लेने के लिए बुलाते थे, कि क्या उनके साथ सम्मान और पेशेवर व्यवहार किया जा रहा है. इस भाजपा सरकार ने मोसरकार की जनहितकारी पहल को तुरंत रोक दिया है और इसके परिणाम सामने हैं."
नवीन पटानयाक ने कहा कि यह घटना राज्य में भाजपा सरकार की "कमजोरी" को दर्शाती है. राज्यपाल रघुबर दास के बेटे द्वारा कथित तौर पर एक ओडिया अधिकारी पर "हमले" का जिक्र करते हुए, पटनायक ने कहा, "जिस दिन भाजपा सरकार ने राज्यपाल के बेटे के खिलाफ हमले के एक गंभीर मामले में कार्रवाई करने से इनकार कर दिया, उसी दिन से अन्य लोगों का हौसला बढ़ गया."
उन्होंने कहा, "मैं अभी भी राज्यपाल के बेटे के खिलाफ इस सरकार द्वारा कार्रवाई करने का आग्रह करता हूं. मैं सेना के एक मेजर और महिला के खिलाफ इस गंभीर घटना की अदालत की निगरानी में एसआईटी जांच और न्यायिक जांच की मांग करता हूं."
मंगेतर की तरफ से दर्ज कराया गया बयान इस प्रकार है:
इस घटना का स्वतः संज्ञान लेते हुए राष्ट्रीय महिला आयोग ने डीजीपी से कार्रवाई रिपोर्ट मांगी है. एनसीडब्ल्यू ने एक्स पर पोस्ट किया, "डीजीपी को एक औपचारिक पत्र भेजा गया है, जिसमें 3 दिनों के भीतर कार्रवाई रिपोर्ट मांगी गई है. तत्काल डिसिप्लिनरी एक्शन की उम्मीद है."
इस बीच, चंदका पुलिस स्टेशन में अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया, जिन्होंने कथित तौर पर सेना अधिकारी और महिला के साथ दुर्व्यवहार किया. First Updated : Friday, 20 September 2024