शंभू बॉर्डर पर जहर खाने वाले 57 वर्षीय किसान की मौत, इलाज के दौरान तोड़ा दम
Farmers protest: शंभू बॉर्डर पर किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान आत्महत्या की कोशिश करने वाले 57 साल के व्यक्ति की मौत हो गई हैं. किसान नेताओं की मानें तो किसान नेता जगजीत सिंह दल्लेवाल की बिगड़ती सेहत से परेशान होकर लुधियाना जिले के रतनहेरी गांव के किसान रणजोध सिंह ने 14 दिसंबर को ज़हरीला पदार्थ खा लिया था.
Farmers protest: किसान आंदोलन के दौरान शंभू बॉर्डर पर आत्महत्या का प्रयास करने वाले 57 साल के किसान रंजोध सिंह की बुधवार को मौत हो गई. पंजाब के पटियाला जिले के राजिंद्रा अस्पताल में किसान ने दम तोड़ दिया. किसान नेताओं के अनुसार, लुधियाना जिले के रतनहेरी गांव के किसान रंजोध सिंह ने 14 दिसंबर को ज़हरीला पदार्थ खा लिया था.
किसान नेता की बिगड़ती तबीयत से थे परेशान
रिपोर्ट्स के मुताबिक, रंजोध सिंह किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की बिगड़ती तबीयत से परेशान थे. डल्लेवाल 26 नवंबर से खनौरी बॉर्डर पर अनशन पर बैठे हैं. रंजोध सिंह अपने माता-पिता, पत्नी, बेटी और बेटे को छोड़कर गए हैं. वे शंभू बॉर्डर पर चल रहे प्रदर्शन का हिस्सा थे.
किसानों की मांगों को लेकर अनशन
पिछले तीन हफ्तों से जगजीत सिंह डल्लेवाल केंद्र सरकार से किसानों की मांगें पूरी कराने के लिए अनशन पर हैं. उनकी मांगों में फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की कानूनी गारंटी शामिल है. मंगलवार को लिखे पत्र में डल्लेवाल ने कहा कि वे 26 नवंबर से अनशन पर हैं. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट की समिति पर किसानों और सरकार के बीच विश्वास बहाली के लिए ठोस कदम नहीं उठाने का आरोप लगाया.
"हमारा प्रतिनिधिमंडल 4 नवंबर को आपसे मिला, लेकिन इतनी गंभीर स्थिति के बावजूद समिति ने खनौरी और शंभू आने का समय नहीं निकाला. मुझे यह देखकर दुख होता है कि इतनी देर के बाद आप सक्रिय हुए हैं," उन्होंने लिखा.
किसानों की मुख्य मांगें
शंभू और खनौरी बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसानों ने विभिन्न मांगें रखी हैं:
MSP की कानूनी गारंटी: फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी
कर्ज माफी: किसानों और खेत मजदूरों के लिए कर्ज माफी
पेंशन: किसानों और खेत मजदूरों के लिए पेंशन योजना
बिजली शुल्क में बढ़ोतरी का विरोध: बिजली दरों में वृद्धि न करने की मांग
पुलिस मामलों की वापसी: किसानों के खिलाफ दर्ज पुलिस केस वापस लेना
लखीमपुर खीरी हिंसा के पीड़ितों को न्याय: 2021 की हिंसा के लिए पीड़ित परिवारों को न्याय
भूमि अधिग्रहण अधिनियम 2013 की बहाली और मुआवजा: 2020-21 के आंदोलन के दौरान मृत किसानों के परिवारों को मुआवजा