वरुण गांधी को क्यों नहीं मिला टिकेट और क्या हैं उनके पास विकल्प? देखिए 6 प्वाइंट्स
Varun Gandhi: भाजपा ने वरुण गांधी का टिकट काट दिया है. ऐसे में जानिए क्या वजह हो सकती हैं और फिलहाल उनके पास क्या ऑप्शन हैं.
Varun Gandhi: भारतीय जनता पार्टी ने रविवार की शाम अपनी पांचवी लिस्ट जारी की. जिसमें कई बड़ी हस्तियों को टिकट दिया गया जबकि कई बड़े नेताओं के टिकट कट भी गए हैं. टिकट कटने वालों में मौजूदा सांसद वरुण गांधी का नाम भई शामिल है. हालांकि पहले से ही कयास लगाए जा रहे थे कि भारतीय जनता पार्टी इस बार वरुण गांधी की जगह किसी और को टिकेट दे सकती है. जबकि सुल्तानपुर लोकसभा सीट से मेनका गांधी पर एक बार फिर भरोसा जताया है लेकिन वरुण गांधी की जगह पर कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने जितिन प्रसाद को मौका दिया है. तो फिर चलिए जानते हैं कि वरुण गांधी को टिकट ना मिलने के पीछे 6 कारण जातने हैं.
➤ वरुण गांधी पिछले काफी समय से भाजपा की केंद्र और राज्य की उत्तर प्रदेश सरकार की नीतियों पर सवाल खड़े करते आ रहे हैं. जब भी उन्हें मौका मिला तो उन्होंने सरकार के खिलाफ बोलने में संकोच नहीं किया. इतना ही नहीं. उत्तर प्रदेश के लखीमपुर होने वाली चर्चित घटना पर भी वरुण गांधी ने तीखे शब्दों सरकार की खामियां गिनवाईं थी. साथ ही सरकार के मुजरिमों को सजा देने की मांग थी. उनके तीखे शब्दों का असर यह हुआ कि भाजपा ने उन्हें राष्ट्रीय कार्यकारिणी से बाहर कर दिया.
➤ इसके अलावा इसी साल की घटना है कि वरुण गांधी ने अपने चचेरे भाई राहुल गांधी से भी मुलाकात की थी. यह मुलाकात उत्तराखंड केदारनाथ मंदिर में हुई थी. इस मुलाकात के बाद से कहा जा रहा था कि वरुण गांधी जल्द ही भाजपा से दामन छुड़ाकर कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं. यह मुलाकात भारतीय जनता पार्टी के गलियाारों में काफी चर्चा का विषय बनी थी.
➤ वरुण गांधी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पर भी बड़ा कटाक्ष किया था. उन्होंने आम जनता को सलाह देते हुए कहा था,"किसी नजदीकी साधु को परेशान न करें" क्योंकि कोई नहीं जानता कि महाराज जी कब मुख्यमंत्री बनेंगे". उनके इसी तरह के बयानों की वजह से भाजपा ने शायद उन्हें इस बार चुनावी मैदान से दूर रखा है.
➤ वरुण गांधी का टिकट कटने से मेनका गांधी को भी नाराज बताया जा रहा है. कयास लगाए जा रहे हैं कि मेनका गांधी इस संबंध में भाजपा आलाकमान से बातचीत कर सकती हैं. हालांकि इस संबंध में कोई पुख्ता जानकारी नहीं है.
➤ वरुण गांधी को समाजवादी पार्टी ने भी खुला ऑफर दिया है. सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा था कि उनकी पार्टी वरुण गांधी को पीलीभीत से अपना उम्मीदवार बना सकती है. हालांकि फिलहाल सपा ने भी पीलीभीत पर अपने उम्मीदवार का ऐलान कर दिया है.
➤ हालांकि कहा यह भी जा रहा है कि वरुण गांधी कांग्रेस की तरफ से चुनाव लड़ सकते हैं. क्योंकि कांग्रेस की पारंपरिक सीट रायबरेली से अभी उम्मीदवार का ऐलान नहीं हुआ है और सोनिया गांधी ने लोकसभा चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है. ऐसे में वरुण गांधी को इस सीट से उम्मीदवार बनाकर कांग्रेस एक तीर से दो निशाने चल सकती है.