AAP-Congress Alliance: साल 2024 में लोकसभा चुनाव को देखते हुए दिल्ली कांग्रेस के नेताओं के साथ बुधवार को अध्यक्ष मल्लिकार्जन खरगे और पार्टी नेता राहुल गांधी ने मीटिंग की. इस बैठक के कांग्रेस के नेताओं ने बयान दिया कि पार्टी सभी सात सीटों पर तैयारी कर रही है. जिसके बाद आम आदमी पार्टी और कांग्रेस में मतभेंद हो गया, दोनों पार्टियां की तरफ से बयानबाजी आने शुरु हो गई है, लेकिन गुरुवार 17 अगस्त को यह मामला खत्म हो गया है. कांग्रेस ने भी अपना रुख साफ कर दिया है.
दरअसल, कांग्रेस की मीटिंग के बाद आलका लांबा ने मीडिया से कहा कि, AAP से गठबंधन करना है या नहीं इस बात का अभी कोई फैसला नहीं लिया गया है लेकिन कांग्रेस दिल्ली के सभी विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी और आगे उन्होंने कहा था कि हम सभी सीटों पर ठीक से तैयारी करके मजबूती से जनता के पास जाएगे.
इस पर आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने पटलवार किया था. उन्होंने कहा था कि, ऐसी बातें आती रहेंगी. जब INDIA के घटक दल मिलकर बैठेंगे, जब सभी पार्टियों का शीर्ष नेतृत्व एक साथ बैठकर सीटों के बंटवारे पर चर्चा करेगा तब पता चलेगा कि किस पार्टी को कौन सी सीटें मिल रही हैं.
दिल्ली कांग्रेस को लेकर अलका लांबा के बयान पर AICC दिल्ली कांग्रेस प्रभारी दीपक बाबरिया ने कहा कि, "अलका लांबा एक प्रवक्ता हैं लेकिन ऐसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर बात करने के लिए वह अधिकृत प्रवक्ता नहीं हैं. मैंने प्रभारी के तौर पर कहा है कि आज बैठक में ऐसी कोई चर्चा नहीं हुई. मैं अलका लांबा के बयान का खंडन करता हूं."
AAP नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि, "कांग्रेस ने अपने प्रवक्ता के बयान पर सफाई दी है...किसी भी पार्टी का कोई प्रवक्ता किसी भी राज्य में सीट बंटवारे पर फैसला नहीं ले सकता, यह एक महत्वपूर्ण मुद्दा है और ऐसे मुद्दों पर सभी दलों की मौजूदगी में चर्चा की जाती है. यह कोई प्रवक्ता तय नहीं कर सकता. First Updated : Thursday, 17 August 2023