New Delhi: दिल्ली के आम आदमी पार्टी (AAP) विधायक नरेश बालियान को दिल्ली पुलिस ने हिरासत में लिया है. पुलिस उनका इंटरोगेशन कर रही है, जो 2023 के जबरन वसूली मामले से जुड़ा हुआ है. इस मामले को लेकर भाजपा ने नरेश बालियान पर गंभीर आरोप लगाए हैं और एक ऑडियो क्लिप भी जारी की, जिसमें वे एक गैंगस्टर के साथ बातचीत करते हुए सुनाई दे रहे हैं. यह क्लिप जबरन वसूली के आरोपों की ओर इशारा कर रही है.
भाजपा का आरोप: 'AAP के विधायक गुंडागर्दी में शामिल'
भाजपा ने आरोप लगाया कि नरेश बालियान का नाम वसूली के एक बड़े नेटवर्क से जुड़ा हुआ है. पार्टी के प्रवक्ता गौरव भाटिया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि "आम आदमी पार्टी अब गुंडों की पार्टी बन चुकी है." उन्होंने यह भी कहा कि नरेश बालियान और उनके जैसे अन्य विधायक आम आदमी को धमकाकर वसूली का धंधा चला रहे हैं. भाजपा ने यह भी दावा किया कि यह वसूली अरविंद केजरीवाल की सहमति से हो रही है. भाजपा का कहना था कि "नरेश बालियान की एक ऑडियो क्लिप में वह एक बिल्डर से पैसे वसूलने के लिए गैंगस्टर से बात कर रहे हैं."
AAP विधायक का जवाब
इस मामले पर नरेश बालियान ने ट्विटर पर अपनी सफाई दी। उन्होंने भाजपा के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि यह मामला कई साल पुराना है और कोर्ट ने इसे फर्जी करार दिया था। उन्होंने यह भी कहा कि यह एक जालसाजी का मामला था और हाईकोर्ट ने इसे ट्रैप और धमकी बताते हुए सभी चैनलों से इसे हटवाया था।
उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, "यह एक पुरानी खबर है, जिसे भाजपा ने अरविंद केजरीवाल द्वारा कानून व्यवस्था पर सवाल उठाने के बाद फिर से उछाला है. हाईकोर्ट ने इसे पहले ही गलत करार दिया था और इसे खारिज कर दिया था."
क्या है मामला?
भाजपा ने आरोप लगाया है कि नरेश बालियान, जो कि दिल्ली के ग्रेटर नोएडा क्षेत्र से विधायक हैं, ने एक बिल्डर से पैसे वसूलने के लिए गैंगस्टर से संपर्क किया था. इसके अलावा, कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह मामला दिल्ली के विभिन्न हिस्सों में वसूली के काम में विधायक के शामिल होने की ओर इशारा कर रहा है. भाजपा ने इसे लेकर दिल्ली पुलिस से जांच की मांग की है.
अब आगे क्या होगा?
अब दिल्ली पुलिस इस मामले की गहन जांच कर रही है, और नरेश बालियान से पूछताछ जारी है. यह मामला राजनीति से जुड़ा होने के कारण दिल्ली में चर्चाओं का केंद्र बन गया है. भाजपा और AAP दोनों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है, जबकि जनता यह जानने के लिए बेताब है कि इस मामले की पूरी सच्चाई क्या है. आखिरकार, यह मामला यह भी उजागर करता है कि राजनीति में आरोपों का सिलसिला लगातार बढ़ रहा है और हर दिन नए विवाद सामने आ रहे हैं. देखना होगा कि इस मामले में आगे क्या होता है और क्या पुलिस अपनी जांच में कोई ठोस सबूत जुटा पाती है. First Updated : Saturday, 30 November 2024