AAP: संसद सत्र के आखिरी दिन पंजाब से सांसद विक्रमजीत सिंह साहनी ने प्रधानमंत्री को एक ज्ञापन सौंपकर जम्मू-कश्मीर विधानसभा में कश्मीरी सिखों के लिए 2 सीटें आरक्षित करने की मांग की.
पीएम को लिखे अपने पत्र में, शेनी ने कहा, “जम्मू और कश्मीर पुनर्गठन (संशोधन) विधेयक, 2023 को केंद्र सरकार ने 26 जुलाई, 2023 को लोकसभा में पेश किया था. विधेयक जम्मू और कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम, 2019 में संशोधन करना चाहता है और केंद्र शासित प्रदेश की विधान सभा में कश्मीरी प्रवासियों के लिए दो सीटें और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के विस्थापित लोगों के लिए एक सीट आरक्षित करें. इन सदस्यों को विधेयक के प्रावधानों के अनुसार, एलजी द्वारा नामित किया जाएगा.”
आज की तारीख में कश्मीर घाटी में एक लाख से अधिक सिख रहते हैं, जिन्होंने आतंकवादियों के डर से घाटी नहीं छोड़ी और दशकों से अत्याचारों में जी रहे हैं. उन्होंने कहा कि वे भी मनोनीत सदस्यों के रूप में विधानसभा में उचित प्रतिनिधित्व के हकदार हैं.
शेनी ने कहा “अब, जब सरकार तीन सीटें आरक्षित करने का प्रस्ताव लेकर आ रही है, तो हमें जम्मू-कश्मीर राज्य के निर्माण और सुरक्षा में सिख समुदाय की वीरता और योगदान को नहीं भूलना चाहिए. एक राष्ट्र के रूप में हम जम्मू-कश्मीर की सिख आबादी को उचित हिस्सेदारी और प्रतिनिधित्व प्रदान करने के लिए बाध्य हैं.”
पंजाब के सांसद ने आगे कहा कि सिखों को कश्मीर घाटी में कई अत्याचारों का सामना करना पड़ा है, जहां कई निर्दोष सिख मारे गए और महजूर नगर में सिख नरसंहार हुआ, जिसमें निर्दोष सिखों की जान गई और कई घातक चोटें आईं. First Updated : Friday, 11 August 2023