AAP and BJP Poster War: दिल्ली में फरवरी 2025 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी (आप) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच बयानबाजी तेज हो गई है. भाजपा इस बार 27 साल बाद सत्ता में वापसी का दावा कर रही है, जबकि आप तीसरी बार सत्ता में लौटने के लिए पूरा जोर लगा रही है. चुनाव आयोग द्वारा तारीखों की घोषणा अभी बाकी है, लेकिन दोनों पार्टियां सोशल मीडिया से लेकर रैलियों तक में एक-दूसरे पर हमलावर हैं.
इस बीच आज यानी रविवार सुबह आम आदमी पार्टी (आप) ने एक मजाकिया वीडियो पोस्ट करते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधा है. वीडियो में आप ने मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित न करने पर भाजपा से पूछा, "दूल्हा कौन है?"
आप ने सोशल मीडिया पर भाजपा पर तंज कसते हुए एक मजाकिया वीडियो पोस्ट किया, जिसमें मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित न करने के लिए भाजपा पर कटाक्ष किया गया. वीडियो में एक घोड़े पर बिना दूल्हे की स्थिति को मजेदार अंदाज में दिखाया गया. इस पर भाजपा ने पलटवार करते हुए आप को "आपदा" करार दिया. भाजपा ने कहा कि यह पार्टी भ्रष्टाचार में डूबी हुई है और दिल्ली के लिए सबसे बड़ी समस्या बन गई है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के अशोक विहार में एक रैली के दौरान आप सरकार पर तीखा हमला किया. उन्होंने कहा, "आप सरकार ने शराब घोटाला, स्कूल घोटाला और प्रदूषण घोटाला किया है. यह पार्टी भ्रष्टाचार में लिप्त है और दिल्ली के लिए आपदा बन गई है." पीएम मोदी ने दिल्ली के निवासियों से इस "आपदा" के खिलाफ लड़ने का आह्वान किया.
प्रधानमंत्री के इस बयान पर पलटवार करते हुए अरविंद केजरीवाल ने कहा, "आपदा दिल्ली में नहीं, भाजपा के अंदर है. उनकी पहली समस्या यह है कि उनके पास मुख्यमंत्री पद का चेहरा नहीं है. दूसरी समस्या यह है कि उनके पास कोई कहानी नहीं है. तीसरी समस्या यह है कि उनके पास दिल्ली के लिए कोई ठोस एजेंडा नहीं है."
सितंबर 2024 में अरविंद केजरीवाल ने आबकारी नीति मामले में जमानत मिलने के बाद मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. छह महीने जेल में रहने के बाद उन्होंने कहा था कि वह तभी मुख्यमंत्री बनेंगे जब दिल्ली की जनता उन्हें "ईमानदारी का प्रमाणपत्र" देगी. इसके बाद आप ने आतिशी को मुख्यमंत्री पद का कार्यभार सौंपा.
भाजपा पिछले 27 साल से दिल्ली की सत्ता से बाहर है. 1998 में कांग्रेस के नेतृत्व में शीला दीक्षित ने भाजपा को हराकर सरकार बनाई थी. इसके बाद 2015 और 2020 के चुनावों में आप ने भारी बहुमत से जीत हासिल की. 2015 आप ने 70 में से 67 सीटें जीती. 2020 आप ने 62 सीटों पर कब्जा किया. भाजपा इन चुनावों में क्रमशः तीन और आठ सीटों तक ही सीमित रही.
चुनाव आयोग ने अभी दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा नहीं की है. मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल 23 फरवरी 2025 को समाप्त हो रहा है.दिल्ली में चुनावी माहौल गरम हो चुका है. एक तरफ आप अपनी उपलब्धियों को गिनाकर सत्ता में वापसी का भरोसा जता रही है, तो दूसरी तरफ भाजपा इसे भ्रष्टाचार और घोटालों की सरकार बताकर सत्ता में लौटने का दावा कर रही है. आने वाले दिनों में इस जुबानी जंग और तेज़ होने की संभावना है. First Updated : Sunday, 05 January 2025