Abhishek Banerjee: तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सांसद और महासचिव अभिषेक बनर्जी को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने फिर से समन जारी किया है. इससे पहले अभिषेक बनर्जी को शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में तीन अक्टूबर को ईडी ने समन जारी कर पेश होने के लिए कहा था. गुरुवार को ईडी ने नया समन जारी कर टीएमसी सांसद को 9 अक्टूबर को जांच में शामिल होने के लिए बुलाया है.
समाचार एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से बताया कि टीएमसी सांसद अभिषेक बनर्जी को नौ अक्टूबर को प्रवर्तन निदेशालय की जांच में शामिल होने के लिए कहा गया है. दरअसल, पहले ईडी ने 3 अक्टूबर को अभिषेक बनर्जी को जांच में शामिल होने के लिए समन जारी किया था. लेकिन 3 अक्टूबर को दिल्ली में टीएमसी के मनरेगा विरोध प्रदर्शन के चलते बनर्जी ईडी कार्यालय में उपस्थित नहीं हुए थे. अब ईडी ने फिर से टीएमसी नेता को समन जारी किया है.
ईडी के समन और 3 अक्टूकर को दिल्ली में टीएमसी के विरोध प्रदर्शन पर अभिषेक बनर्जी ने आरोप लगाया था कि बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार विरोध प्रदर्शनों को कुचलने का प्रयास कर रही है. उसकी रणनीति बना रही है. उन्होंने कहा, "पश्चिम बंगाल और उसके उचित देय से वंचित होने के खिलाफ लड़ाई बाधाओं के बावजूद जारी रहेगी. दुनिया की कोई भी ताकत बंगाल के लोगों और उनके मौलिक अधिकारों के लिए लड़ने के मेरे समर्पण में बाधा नहीं बन सकती."
दरअसल, मंगलवार को अभिषेक बनर्जी के नेतृत्व में टीएमसी नेता मनरेगा फंड जारी करने की मांग को लेकर कृषि भवन पर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे. इस बीच टीएमसी नेताओं के साथ दिल्ली पुलिस की बदसलूकी को गलत ठहराया. उन्होंने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए इसे भारतीय लोकतंत्र के लिए 'काला दिन' बताया. अभिषेक बनर्जी ने कहा, "उन्होंने टीएमसी के 50 नेताओं को रोकने के लिए करीब 5,000 से 10,000 पुलिस कर्मियों, आरएएफ और अन्य बलों को भेजा था. आज यहां सुरक्षाकर्मियों की संख्या को देखकर ऐसा लगता है कि जैसे यहां भारत-चीन युद्ध हो रहा हो."
टीएमसी महासचिव अभिषेक बनर्जी ने कहा कि ये ताकतें टीएमसी को नहीं रोक सकती है. उन्होंने कहा, "भारतीय लोकतंत्र के लिए काला दिन" और अत्याचारों के खिलाफ पांच अक्टूबर को कोलकाता में 'राजभवन अभियान' अभियान का आह्वान किया. आने वाले समय में जनता जवाब देगी और जो लोग सोचते हैं कि ये ताकतें टीएमसी को रोक देंगी, वे गलत हैं. हम मजबूत बनेंगे. यहां तक कि अंग्रेजों ने भी हमारे साथ ऐसा व्यवहार नहीं किया, जैसा मोदी जी और दिल्ली पुलिस ने आज किया है." First Updated : Wednesday, 04 October 2023