गाली-गलौज, प्राइवेट पार्ट्स में लात-घूंसों की बारिश... रुद्रपुर में नाबालिगों ने की 15 साल के दीपक की हत्या
रुद्रपुर के ट्रांजिट कैंप क्षेत्र में 15 वर्षीय दीपक राठौर की बेरहमी से हत्या कर दी गई. दीपक ने जब दो नाबालिगों से गाली-गलौज करने को लेकर आपत्ति जताई, तो आरोपियों ने उसे मार डाला. एक आरोपी ने दीपक का गला घोंटा, जबकि दूसरे ने उसकी प्राइवेट पार्ट्स पर लगातार लात-घूंसों से हमला किया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई.

रुद्रपुर के ट्रांजिट कैंप क्षेत्र में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. यहां 15 साल के दीपक राठौर की बेरहमी से हत्या कर दी गई. दो नाबालिगों ने दीपक को केवल इसलिए मार डाला क्योंकि उसने उनसे गाली-गलौज करने को लेकर आपत्ति जताई थी. आरोपियों ने दीपक का गला घोंटा और फिर उसकी प्राइवेट पार्ट्स पर लगातार लात-घूंसों की बारिश की, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई. यह घटना बुधवार को रुद्रपुर के ट्रांजिट कैंप इलाके में हुई, जिसके बाद दीपक के परिवार में कोहराम मच गया.
गाली-गलौज बनी हत्या का वजह
दीपक राठौर, जो कि भद्रपाल राठौर का बेटा था, अपने पिता के जनरल स्टोर के लिए नमक के बोरों को अपनी मोटरसाइकिल पर लेकर जा रहा था, तभी उसकी मुलाकात उसी इलाके के दो लड़कों से हुई. बिना किसी वजह के उन दोनों लड़कों ने दीपक पर गालियां उछाली. जब दीपक ने उन्हें इसका विरोध किया, तो आरोपियों ने उस पर हमला कर दिया. दीपक को पहले तो मृत समझा गया और परिवार उसे अस्पताल लेकर गया, लेकिन तीन अस्पतालों में जांच के बाद उसकी मौत की पुष्टि हो गई.
गालियों पर आपत्ति ने ले ली दीपक की जान
रुद्रपुर के ट्रांजिट कैंप में एक मामूली सी बहस में 15 वर्षीय दीपक की जान चली गई. दीपक ने जब उन दो लड़कों को गालियों से बाज आने को कहा, तो वे भड़क उठे और इस बहस का नतीजा दीपक के लिए जानलेवा साबित हुआ. एक आरोपी ने दीपक का गला घोंटा, जबकि दूसरे ने उसे बुरी तरह से लात-घूंसों से मारा. इस निर्मम हमले में दीपक की मौके पर ही मौत हो गई.
तीन अस्पतालों से एक ही खबर
दीपक के परिवार ने उसे पहले एक अस्पताल में और फिर दो अन्य अस्पतालों में भर्ती कराया, लेकिन हर जगह उसे मृत घोषित कर दिया गया. उम्मीदों का एक आखिरी रास्ता बचा था, जब परिवार ने दीपक को बरेली स्थित एक अस्पताल में ले जाने का निर्णय लिया, जहां फिर से यह सच सामने आया कि दीपक की मौत हो चुकी थी. इस दिल दहला देने वाली घटना ने परिवार को झकझोर कर रख दिया.
पुलिस ने शुरू की कार्रवाई
रुद्रपुर के ट्रांजिट कैंप पुलिस स्टेशन के स्टेशन हाउस ऑफिसर मोहन पांडे ने बताया, "हमने दीपक का शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है. आरोपियों की पहचान करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं. चूंकि वे नाबालिग हैं, इसलिए उनके खिलाफ कार्रवाई उसी अनुसार की जाएगी. दीपक के दादा मातरु लाल ने कहा, "मेरे बच्चे को मामूली सी बहस पर मार दिया गया. वह केवल 15 साल का था.
नाबालिगों की बढ़ती हिंसा पर सवाल उठे
यह घटना न केवल एक मासूम लड़के की जान लेने वाली है, बल्कि नाबालिगों के बीच बढ़ती हिंसा और संवेदनहीनता पर भी सवाल खड़े करती है. दीपक की हत्या ने समाज में अपराध के बढ़ते मामलों और नाबालिगों के हिंसक व्यवहार को लेकर चिंताएं पैदा कर दी हैं. पुलिस ने मामले की गहराई से जांच शुरू कर दी है और जल्द ही आरोपियों को पकड़ा जाएगा.