अडानी समूह पर आरोप यानी भारत के सपनों पर हमला, 'जेठमलानी' का विपक्ष पर कड़ा प्रहार, कहा- 'विदेशी एजेंट'
Adani Case: अडानी समूह पर राहुल गांधी और विपक्ष की तरफ से लगातार किए जा रहे हमलों को महेश जेठमलानी ने भारत के सपनों पर हमला करने जैसा कहा है. उन्होंने कहा कि विपक्ष मौजूदा समय में विदेशी ताकतों के स्थानीय एजेंट की तरह काम कर रहा है.
Adani Case: राज्यसभा सांसद और वकील महेश जेठमलानी भी अब अडानी समूह और ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी के बचाव में उतर आए हैं. इसके पहले पूर्व अटॉर्नी जनरल मुकुल रोहतगी भी अडानी समूह का बचाव करते नजर आए थे. महेश जेठमलानी ने विपक्ष पर कड़ा प्रहार किया है. उन्होंने कहा कि विपक्ष विदेशी ताकतों के स्थानीय एजेंट की तरह व्यवहार कर रहा है. उन्होंने कहा कि विपक्ष भारत की विकास यात्रा को रोकने की हर कोशिश कर रहा है.
जेठमलानी के मुताबिक, अमेरिकी डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस ने अडानी समूह पर रिश्वत देने का आरोप तो लगाया है, लेकिन इस मामले में कोई ठोस प्रमाण या भारतीय कानून के उल्लंघन का संकेत नहीं दिया. उन्होंने यह भी कहा कि अभियोग में यह नहीं बताया गया कि भारत में किस कानून का उल्लंघन हुआ है. जेठमलानी ने कांग्रेस से सवाल किया कि ऐसा कौन सा सबूत है जो साबित करता हो कि अडानी समूह ने सोलर ऊर्जा से जुड़े कॉन्ट्रैक्ट्स प्राप्त करने के लिए भारतीय अधिकारियों को रिश्वत दी हो.
विदेशों में अडानी का कारोबार
उन्होंने कांग्रेस पर यह आरोप भी लगाया कि वे बिना तथ्यों के आधार पर अडानी समूह को निशाना बना रहे हैं, जो भारत और विदेशों में कई महत्वपूर्ण कारोबार कर रहा है. जेठमलानी ने कहा कि इस प्रकार के अभियोग पर विश्वास करना भारत के हित में नहीं है, क्योंकि अमेरिकी न्याय विभाग ने न तो कोई ठोस सबूत पेश किए हैं और न ही यह साबित किया है कि अडानी या उनकी कंपनियों ने भारत में कोई गलत काम किया.
आर्थिक विकास को नुकसान पहुंचाने की साजिश
कांग्रेस के आरोपों पर अपनी टिप्पणी देते हुए जेठमलानी ने यह भी कहा कि विपक्षी दलों का उद्देश्य सिर्फ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नीचा दिखाना और भारत की आर्थिक विकास को नुकसान पहुंचाना है. उन्होंने कहा, "आप एक उद्योगपति के खिलाफ आरोप उठा रहे हैं जो भारत और विदेशों में कई महत्वपूर्ण इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स में सफल रहा है, इस पर आपको गर्व होना चाहिए."
संसद की कार्यवाही रोकना चाहता है विपक्ष
जेठमलानी ने जोर देकर कहा कि जब तक कांग्रेस ठोस और विश्वसनीय सबूत नहीं पेश करती, तब तक किसी भी जांच की आवश्यकता नहीं है. उन्होंने यह भी कहा कि विपक्षी दल केवल शोर मचाकर संसद की कार्यवाही को बाधित करना चाहते हैं, जो कि पूरी तरह से अनुचित है. इस दौरान महेश जेठमलानी ने अडानी समूह के खिलाफ लगाए गए आरोपों को न केवल निराधार बताया, बल्कि कांग्रेस के राजनीतिक मंसूबों को भी उजागर किया, जो भारतीय अर्थव्यवस्था के विकास में रुकावट डाल सकते हैं.