राहुल गांधी के भाषण से हटाए दिए गए ये शब्द आज पीएम मोदी देंगे जवाब

बीते दिन संसद की कार्यवाही के दौरान खूब हंगामा देखने को मिला. विपक्ष के नेता राहुल गांधी कल संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान करीब 90 मिनट तक बोले. इस दौरान उन्होंने कई मुद्दों पर अपनी बात रखी. उनका अलग अंदाज देखने को मिला. इस बीच आज पीएम मोदी लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव का जवाब देंगे.

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Rahul Gandhi: सोमवार को लोकसभा कार्रवाई के दौरान राहुल गांधी का संसद में अलग अंदाज देखने को मिला.  करीब 90 मिनट तक उन्होंने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान कई मुद्दे उठाए.  राहुल गांधी सरकार पर आक्रामक दिखे. इस दौरान राहुल के कुछ बयानों को लेकर बीजेपी ने भी पलटवार किया और उसपे आपत्ती जताई और कहा कि, वो सदन को गुमराह कर रहे हैं. लोकसभा में विपक्ष के नेता के रूप में राहुल गांधी के पहले उग्र भाषण के एक दिन बाद यानी प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार, 2 जून को संसद के निचले सदन में बोलने के लिए तैयार हैं.

मोदी धन्यवाद प्रस्ताव पर अपना जवाब जारी करेंगे. संसद में अपने भाषण से पहले मोदी सुबह 9:30 बजे राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की संसदीय दल की बैठक को संबोधित करेंगे. कार्यालय में अपना तीसरा कार्यकाल जीतने के बाद सत्तारूढ़ दल के सांसदों को यह उनका पहला संबोधन होगा.

राहुल गांधी के भाषण से हटाए गए कई शब्द

बता दें कि, सोमवार को नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला. उन्होने संसद में 90 मिनट तक भाषण दिया और नीट पेपर लीक, हिंदू, अग्निवीर समेत 20 मुद्दों को उठाया. इस दौरान राहुल गांधी के कुछ बयानों को रिकॉर्ड से हटा दिया गया. इनमें अडाणी-अंबानी, अग्निवीर, अमीरों के फायदा पहुंचने जैसे वाले बयान शामिल थे. राहुल गांधी का वो बयान भी हटाया गया है जिसमें उन्होंने बीजेपी द्वारा अल्पसंख्यकों के साथ अनुचित व्यवहार करने का आरोप लगाया. इसके अलावा अग्निवीर सेना की नहीं, बल्कि पीएमओ की योजना है और खुद को हिंदू कहने वाले हिंसा करते हैं वाला बयान भी रिकॉर्ड से हटा दिया गया है.

राहुल गांधी ने जमकर बोला हमला

यह दावा करते हुए कि अग्निवीर को 'शहीद' नहीं कहा जाता है, राहुल गांधी ने सोमवार को लोकसभा में कहा, कि, "एक अग्निवीर ने बारूदी सुरंग विस्फोट में अपनी जान गंवा दी, लेकिन उसे 'शहीद' नहीं कहा जाता. इसके बाद उन्होंने हिंदू प्रतीक 'अभयमुद्रा' को कांग्रेस पार्टी के प्रतीक के रूप में जोड़ते हुए बीजेपी सरकार पर हमला किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि, अभयमुद्रा निर्भयता का संकेत है, आश्वासन और सुरक्षा का संकेत है, जो डर को दूर करता है और हिंदू, इस्लाम, सिख धर्म, बौद्ध धर्म और अन्य भारतीय धर्मों में दैवीय सुरक्षा और आनंद प्रदान करता है. हमारे सभी महापुरुषों ने अहिंसा और भय को खत्म करने की बात की है, लेकिन, जो लोग खुद को हिंदू कहते हैं वे केवल हिंसा, नफरत, असत्य के बारे में बात करते हैं. आप हिंदू हैं नहीं.

बीजेपी ने की राहुल गांधी से माफी मांगने की मांग

राहुल गांधी के भाषण पर बीजेपी ने पलटवार करते हुए विरोध किया और कहा कि, कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव में भय फैलाने और भ्रम की राजनीति की. बीजेपी ने कहा कि, कांग्रेस ने संसद पर हमले के दोषी को समर्थन करने वालों को टिकट दिया. कांग्रेस ने ऐसे लोगों को टिकट दिया जिन्होंने देश के प्रधानमंत्री को लेकर गलत बयानबाजी की थी. उनके भाषण पर एनडीए नेताओं की तीखी प्रतिक्रिया हुई, जिन्होंने उन पर हिंसा को हिंदू धर्म से जोड़ने का आरोप लगाया और उनसे संसद में अपनी टिप्पणी के लिए सार्वजनिक माफी मांगने को कहा.

First Updated : Tuesday, 02 July 2024