विपक्ष की बैठक के बाद अधीर रंजन चौधरी का बड़ा बयान, टीएमसी के खिलाफ लड़ेंगे लोकसभा चुनाव

अधीर रंजन चौधरी ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि बंगाल में आगामी लोकसभा चुनाव कांग्रेस और वामदल मिलकर तृणमूल कांग्रेस के खिलाफ लड़ेंगे। बंगाल में ऐसा कुछ नहीं हो रहा है। बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने हमें आमंत्रित किया था और हम गए।

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Bihar Opposition Meeting: पटना में विपक्षी दलों की बैठक के बाद विपक्षी एकता में दरार पड़ती दिखायी दे रही है। पश्चिम बंगाल कांग्रेस प्रदेश इकाई के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने टीएमसी के साथ चुनावी गठबंधन की अटकलों को खारिज किया है। अधीर रंजन चौधरी ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि बंगाल में आगामी लोकसभा चुनाव कांग्रेस और वामदल मिलकर तृणमूल कांग्रेस के खिलाफ लड़ेंगे। बंगाल में ऐसा कुछ नहीं हो रहा है। बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने हमें आमंत्रित किया था और हम गए। ममता बनर्जी ने राहुल गांधी का अभिवादन किया, उन्होंने भी उन्हें नमस्कार किया। बस यही है। इससे ज्यादा क्या?

 बंगाल में कांग्रेस ममता के नेतृत्व में नहीं चलेगी: अधीर रंजन  

अधीर रंजन चौधरी यहीं नहीं रूके उन्होंने अपने बयान में ममता बनर्जी पर आरोपों की बौछार करते हुए कहा कि, अब तक कांग्रेस ममता को सड़ी हुई लगती थी। अब समझ आने लगा है कि आने वाला भविष्य कांग्रेस पार्टी का है। इसलिए, अभी से उन्होंने कांग्रेस को मनाना शुरू कर दिया है। राष्ट्रीय स्तर पर कुछ भी हो लेकिन बंगाल में कांग्रेस कभी भी ममता के नेतृत्व में नहीं चलेगी। कांग्रेस बीजेपी को हराने के लिए लड़ रही है। राहुल ने भारत यात्रा करके दिखा दिया है कि कांग्रेस क्या कर सकती है।

"राहुल की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान ममता ने नहीं दिया कोई बयान" 

बंगाल में टीएमसी के खिलाफ कांग्रेस पार्टी की मुखर आवाज माने जाने वाले अधीर रंजन चौधरी ने अपने बयान में ममता बनर्जी पर करारा हमला बोलते हुए कहा कि ‘कुछ दिन पहले ममता बनर्जी ने ये बोला था कि वह कांग्रेस और राहुल गांधी के बारे में क्या महसूस करती हैं। यह बात सभी ने सुनी होगी। उन्होंने कांग्रेस की तुलना गंदे तालाब से की थी आज क्या हुआ? अब कांग्रेस अच्छी हो गई। कुछ नहीं बदला है और न ही कुछ नहीं बदलेगा। जब राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा निकाला तो  ममता बनर्जी ने कोई बयान नहीं दिया था। 

विपक्षी एकता की बैठक में 17 दल हुए शामिल

23 जून को पटना में हुई विपक्ष की बैठक में कुल 17 पार्टियां शामिल हुईं थीं। जिसमें कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व सांसद राहुल गांधी, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव, शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे, एनसीपी के अध्यक्ष शरद पवार, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन, नेशनल कांफ्रेस के नेता उमर अब्दुल्ला, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की नेता महबूबा मुफ्ती, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के महासचिव सीताराम येचुरी समेत कई दिग्गजों ने इस महाबैठक में हिस्सा लिया।  First Updated : Sunday, 25 June 2023