Aditya-L1: आदित्य-एल1 ने फिर से बदली कक्षा, अर्थ-बाउंड फायर के लिए तैयार है सूर्ययान

Aditya-L1 Mission: भारत के पहले सूर्ययान ने सफलतापूर्वक चौथी बार अपनी कक्षा बदल ली है. अब 19 सितंबर का इंतजार है, जब आदित्य एल1 को अर्थ बाउंट फायर के लिए L1 कक्षा में स्थापित किया जाएगा.

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ISRO Aditya-L1 Mission: भारत के पहले सूर्य मिशन आदित्य-एल1 ने चौथी बार भी अपनी कक्षा बदलने में सफल हुआ है. शुक्रवार देर रात को भारतीय स्पेस एजेंसी इसरो ने इस प्रक्रिया को अंजाम तक पहुंचाया है. सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर इसरो ने बताया कि मॉरीशस, बंगलूरू और पोर्ट ब्लेयर स्थित इसरो के ग्राउंड स्टेशनों से मिशन की प्रक्रिया को ट्रैक किया गया. अब 19 सितंबर का इंतजार है जब सूर्ययान को लैग्रेंज पॉइंट यानी की L1 कक्षा में स्थापित करने ऑर्बिट को बढ़ाया जाएगा.

इसरो ने दो सितंबर को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर से भारत के प्रथम सूर्य मिशन आदित्य-एल1 को सफलतापूर्वक लॉन्च किया था. सूर्ययान को पीएसएलवी सी57 से अतंरिक्ष में भेजा गया था. भारत का ये पहला सूर्य मिशन है, जो सूरज के रहस्यों से पर्दा उठाएगा. आदित्य-एल1 को सौर कोरोना (सूर्य की सबसे बाहरी परतों) एल-1 (सूर्य-पृथ्वी लैग्रेंज बिंदु) पर पहुंचाया जाएगा. बता दें, सूर्ययान को पृथ्वी से करीब 15 लाख किलोमीटर दूर एल-1 बिंदु पर पहुंचाया जाएगा. 

चौथी बार अर्थ बाउंड फायर के लिए तैयार सूर्ययान

10 सितंबर रात करीब ढाई बजे इसरो ने तीसरी बार सूर्ययान की ऑर्बिट को बढ़ाया था. इससे पहले 3 सितंबर को आदित्य एल1 ने पहली बार कक्षा बदलने में सफलता हासिल की थी. जबकि दूसरी बार पांच सितंबर को सूर्ययान ने कक्षा बदली थी. इसरो ने खुद ट्वीट कर इसकी जानकारी दी थी. इसरो की माने तो आदित्य-एल1 मिशन 16 दिन पृथ्वी की कक्षा में बिताएगा. इस बीच कम से कम पांच बार आदित्य-एल1 की कक्षा बदलने के लिए अर्थ बाउंड फायर करने का प्रयास किया जाएगा.  First Updated : Friday, 15 September 2023