Aditya-L1 Mission: सूरज पर नहीं उतरेगा आदित्य-एल1? लॉन्चिंग से पहले ISRO ने दिया यह अपडेट

Aditya-L1 Mission: आदित्य-एल1 मिशन में अंतरिक्ष यान को लैग्रेंज बिंदु-1 (एल-1) के चारों ओर एक होलो ऑर्बिट में रखा जाएगा. ये पृथ्वी से लगभग 1.5 लाख किमी दूर है. एल-1 बिंदु पर ग्रहण का असर नहीं पड़ता और इस जगह से सूरज को लगातार देखा जा सकता है. 

Manoj Aarya
Manoj Aarya

हाइलाइट

  • भारत के पहले सौर मिशन 'आदित्य-एल1' की लॉन्चिंग का काउंटडाउन शुरू.
  • 2 सितंबर को सुबह 11 बजकर 50 मिनट पर इस मिशन को किया जाएगा लॉन्च.
  • 'आदित्य-एल1' की लॉन्चिंग से पहले इसरो ने एक्स पर पोस्ट कर दी बड़ी जानकारी.

Aditya-L1 Mission: पिछले महीने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सॉफ्ट लैंडिंग कर इतिहास रचने के बाद अब इसरो (ISRO) ने अपना कदम सूरज की ओर बढ़ाना शुरू कर दिया है. भारत के पहले सौर मिशन 'आदित्य-एल1' की लॉन्चिंग का काउंटडाउन शुरू हो गया है. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने इस मामले में जानकारी देते हुए बताया कि इसे शनिवार (2 सितंबर) को सुबह 11 बजकर 50 मिनट पर आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से पीएसएलवी (PSLV) से लॉन्च किया जाएगा.

'आदित्य-एल1' की लॉन्चिंग से कुछ घंटे पहले इसरो ने शुक्रवार (1 सितंबर) को इस मिशन से जुड़ी एक जानकारी दी है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट जारी कर बताया कि, "आदित्य-एल1 पृथ्वी से लगभग 1.5 मिलियन किमी दूर, सूर्य की ओर निर्देशित रहेगा, जो पृथ्वी-सूर्य की दूरी का लगभग 1 प्रतिशत है." 

सूर्य पर नहीं उतरेगा आदित्य-एल1

भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी ने आगे बताया कि, "सूर्य गैस का एक विशाल गोला है और आदित्य-एल1 सूर्य के बाहरी वातावरण का अध्ययन करने का काम करेगा. आदित्य-एल1 न तो सूर्य पर उतरेगा और न ही सूर्य के करीब आएगा." इसरो ने दो ग्राफ के माध्यम से इस मिशन से जुड़े कई सवालों को लेकर अच्छी तरह से जानकारी दी है. 

ऑर्बिट में रखा जाएगा यान

आदित्य-एल1 मिशन में अंतरिक्ष यान को लैग्रेंज बिंदु-1 (एल-1) के चारों ओर एक होलो ऑर्बिट में रखा जाएगा. ये पृथ्वी से लगभग 1.5 लाख किमी दूर है. एल-1 बिंदु पर ग्रहण का असर नहीं पड़ता और इस जगह से सूरज को लगातार देखा जा सकता है. 

मिशन की लॉन्चिंग से पहले मंदिर पहुंचे इसरो चीफ

इसरो द्वारा बुधवार (30 अगस्त) को आदित्य-एल-1 मिशन का लॉन्च रिहर्सल और रॉकेट की आंतरिक जांच पूरी कर ली गई थी. इसरो प्रमुख एस सोमनाथ ने मिशन की जानकारी देते हुए बताया है कि इस मिशन को नियत स्थान पर पहुंचने में 125 दिन लगेंगे. इसरो चीफ लॉन्चिंग से पहले शुक्रवार को तिरुपति के सुलुरुपेटा में श्री चेंगलम्मा परमेश्वरी मंदिर गए और मिशन की सफलता के लिए पूजा-अर्चना की.

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01 September 2023, 09:53 PM IST

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