पवन कल्याण से मिलने के बाद YSRCP के लिए कही ये बात Ambati Rayudu ने कही ये बात
हाल ही में अंबाती रायडू ने पॉलिटिक्स ज्वॉइन किया था. वह अब अपने फैसले से यूटर्न ले लिए है और दूर रहने का राजनीति से दूर रहने का निर्णय लिया है. पूर्व किक्रटर अंबाती रायडू कुछ दिन पहले YSRCP पार्टी या युवाजना श्रामिका रैतु कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए थे.
हाल ही में अंबाती रायडू ने पॉलिटिक्स ज्वॉइन किया था. वह अब अपने फैसले से यूटर्न ले लिए है और दूर रहने का राजनीति से दूर रहने का निर्णय लिया है. पूर्व किक्रटर अंबाती रायडू कुछ दिन पहले YSRCP पार्टी या युवाजना श्रामिका रैतु कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए थे. लेकिन वे सिर्फ आठ ही दिनों में पार्टी को छोड़ कर सबको चौक दिया है. अंबाती रायडू ने 28 दिसंबर को कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए थे. इस बीच उन्होंने जन सेना पार्टी के अध्यक्ष पवन कल्याण से मुलाकात भी की.
कल्याण से मुलाकात पर पूर्व क्रिकेटर ने एक बयान में कहा, मैं नेक इरादों और दिल से आंध्र प्रदेश के लोगों की सेवा करने के लिए राजनीति में आया हूं. मैं वाईएसआरसीपी में शामिल हो गया हूं और मुझे विश्वास है कि मैं अपना दृष्टिकोण पूरा कर सकता हूं. मैं जमीन पर रहा हूं और कई गांवों का दौरा किया है और कई लोगों से मुलाकात की है और उनकी समस्याओं को समझा है और मैंने व्यक्तिगत रूप से उन्हें हल करने की पूरी कोशिश की है और मैंने कई सामाजिक कार्य भी किए हैं.
— ATR (@RayuduAmbati) January 10, 2024
उन्होंने आगे कहा, कुछ कारणों से और मैं वाईएसआरसीपी के साथ आगे बढ़कर अपना सपना पूरा नहीं कर पा रहा हूं. कोई दोष नहीं. मेरी विचारधारा और वाईएसआरसीपी की विचारधाराएं मेल नहीं खाती हैं और इसका निश्चित रूप से चुनाव लड़ने और एक्स और वाई सीट से कोई लेना-देना नहीं है." उन्होंने पवन कल्याण के दृष्टिकोण के साथ प्रतिध्वनित होने वाली साझा विचारधाराओं का हवाला देते हुए, जन सेना पार्टी में शामिल होने के लिए अपने झुकाव का संकेत दिया है. "मैं राजनीति से आगे बढ़ने का फैसला किया है. मेरे शुभचिंतकों और करीबी दोस्तों और परिवार ने मुझसे उनकी विचारधाराओं को समझने के लिए यह निर्णय लेने से पहले एक बार पवन अन्ना से मिलने के लिए कहा है.
उन्होंने कहा, मैं पवन अन्ना से मिला हूं और जीवन और राजनीति पर चर्चा करने और उन्हें समझने में काफी समय बिताया है. मुझे यह कहते हुए बहुत खुशी हो रही है कि उनकी विचारधारा और दृष्टिकोण मेरे जैसा ही है और मुझे उनसे मिलकर बहुत खुशी हुई है. मैं अपनी क्रिकेट प्रतिबद्धताओं के लिए दुबई जाऊंगा. मैं हमेशा वहां रहूंगा और आंध्र प्रदेश के लोगों के लिए खड़ा रहूंगा."