पहलगाम आतंकी हमले के बाद जम्मू-कश्मीर में सेना का ऑपरेशन शुरू, कई इलाकों में एनकाउंटर
भारतीय सेना ने बताया कि यह ऑपरेशन विशेष खुफिया सूचनाओं के आधार पर शुरू किया गया था. उन्होंने कहा कि प्रारंभिक जानकारी से पता चलता है कि इलाके में कम से कम तीन आतंकवादी देखे गए हैं. अधिकारियों ने कहा कि चुनौतीपूर्ण और घने जंगल में घात लगाने की संभावना के कारण सुरक्षा बल सावधानी से आगे बढ़ रहे हैं.

जम्मू-कश्मीर के उधमपुर जिले में गुरुवार को आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ के बाद एक सैनिक शहीद हो गया. सूत्रों के अनुसार, डुडू-बसंतगढ़ इलाके में गोलीबारी जारी है. यह इलाका खतरनाक और घने जंगल के लिए जाना जाता है. यह क्षेत्र भारतीय सेना की 9 कोर के अधिकार क्षेत्र में आता है, जबकि यह 16 कोर की परिचालन सीमा से भी सटा हुआ है.
व्हाइट नाइट कोर ने सोशल मीडिया एक्स पर कहा, "विशिष्ट खुफिया जानकारी के आधार पर आज उधमपुर के बसंतगढ़ इलाके में जम्मू-कश्मीर पुलिस के साथ एक ज्वॉइंट ऑपरेशन शुरू किया गया." इस दौरान भीषण गोलीबारी शुरू हुई. सेना ने कहा कि शुरुआती मुठभेड़ में हमारे एक बहादुर को गंभीर चोटें आईं और बाद में बेहतरीन इलाज के बावजूद उसकी मौत हो गई." सर्वोच्च बलिदान देने वाले सैनिक की पहचान 6 पैरा के हवलदार जंटू सिंह के रूप में हुई.
क्षेत्र में तीन आतंकवादी देखे गए
भारतीय सेना ने बताया कि यह ऑपरेशन विशेष खुफिया सूचनाओं के आधार पर शुरू किया गया था. उन्होंने कहा कि प्रारंभिक जानकारी से पता चलता है कि इलाके में कम से कम तीन आतंकवादी देखे गए हैं. अधिकारियों ने कहा कि चुनौतीपूर्ण और घने जंगल में घात लगाने की संभावना के कारण सुरक्षा बल सावधानी से आगे बढ़ रहे हैं. यह एनकाउंटर घने जंगल से घिरे एक ऊंचे इलाके में हो रहा है, इस इलाके में कई प्राकृतिक गुफाएं और ठिकाने हैं, जिनका इस्तेमाल अक्सर आतंकवादी सुरक्षा बलों से बचने के लिए करते हैं. यह ताजा मुठभेड़ पहलगाम आतंकी हमले के दो दिन बाद हुई है, जिसमें 26 लोगों की जान चली गई थी, जिनमें से ज्यादातर पर्यटक थे.
पहलगाम हमले के बाद घाटी में लगातार एनकाउंटर
इससे पहले बुधवार को जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले में आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच गोलीबारी हुई थी. अधिकारियों के अनुसार, सुरक्षा बलों ने कुलगाम जिले के तंगमर्ग इलाके में आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिलने के बाद घेराबंदी और तलाशी अभियान शुरू किया था. आतंकवादियों ने सुरक्षाबलों पर गोलीबारी की, जिसके जवाब में एनकाउंटर शुरू हुआ.
पहलगाम आतंकी हमला
आपको बता दें कि 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 पर्यटक मारे गए थे और एक दर्जन से ज़्यादा लोग घायल हुए थे. 2019 में अनुच्छेद 370 समाप्त होने के बाद यह सबसे बड़े आतंकी हमलों में से एक रहा है. आतंकी हमले के बाद सुरक्षा बलों ने ज़िम्मेदार आतंकवादियों को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान शुरू किया. हमले के बाद से जम्मू-कश्मीर समेत कई अन्य राज्यों में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है. हमले के बाद बड़ी संख्या में सैलानियों ने लौटना शुरू कर दिया है. आमतौर पर कश्मीर की सड़कों पर दिखने वाली चहल-पहल सड़कें सुनसान दिखाई दे रही हैं. हमले के बाद कई संगठनों ने जम्मू बंद का आह्वान भी किया है.


