ये क्या चल रहा है! तिरुपति के बाद मुंबई के सिद्धिविनायक के प्रसाद में मिले चूहे
आंध्र प्रदेश के तिरुपति बालाजी मंदिर में प्रसाद में जानवरों की चर्बी वाले घी के इस्तेमाल की बात सामने आने के बाद से पूरे देश में चर्चा शुरू हो गई है. हिंदू संगठनों और संतों ने आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है. सीएम चंद्रबाबू नायडू ने मामले की जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) बना दिया है.
आंध्र प्रदेश के तिरुपति बालाजी मंदिर में प्रसाद में जानवरों की चर्बी वाले घी के इस्तेमाल की बात सामने आने के बाद से पूरे देश में चर्चा शुरू हो गई है. हिंदू संगठनों और संतों ने आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है. सीएम चंद्रबाबू नायडू ने मामले की जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) बना दिया है.
तिरुपति बालाजी मंदिर में शुद्धिकरण की प्रक्रिया चल रही है, लेकिन प्रसाद का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा. यह मामला आंध्र प्रदेश से बाहर जाकर यूपी के प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर तक पहुंच गया है. वहां आरोप लग रहे हैं कि वृंदावन में प्रसाद बनाने के लिए खराब क्वॉलिटी के खोये का इस्तेमाल किया जा रहा है.
डिंपल यादव ने उठाया सवाल
सबसे बड़ा सवाल उठाने वाली कोई आम व्यक्ति नहीं, बल्कि समाजवादी पार्टी की सांसद डिंपल यादव हैं. बांके बिहारी मंदिर में रोज करीब 50 हजार भक्त आते हैं. यह मंदिर 162 साल पुराना है और भक्त यहां बिना पेड़ा लिए नहीं लौटते, लेकिन पेड़े में मिलावट की खबरों ने भक्तों को चिंतित कर दिया है.
मथुरा के पेड़ों की गुणवत्ता की जांच शुरू
एहतियात के तौर पर मथुरा के पेड़ों की गुणवत्ता की जांच शुरू कर दी गई है. यूपी के फूड सेफ्टी एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने मथुरा, वृंदावन और गोवर्धन के मंदिरों से 13 सैंपल जमा किए हैं, जिनकी रिपोर्ट 15 दिन बाद आएगी. लखनऊ के मनकामेश्वर मंदिर में बाहरी प्रसाद चढ़ाने पर रोक लगा दी गई है. मंदिर में ऐसे पोस्टर लगाए गए हैं जिनमें लिखा है कि बाहर का प्रसाद चढ़ाना मना है.
सिद्धिविनायक मंदिर के प्रसाद में चूहे
इसके अलावा, सिद्धि विनायक मंदिर में प्रसाद पर चूहों के चलने का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर सामने आया है. जिसमें ये दावा किया जा रहा है कि ये मंदिर मुंबई का सिद्दिविनायक है. इस वीडियो में देखा जा सकता है कि मंदिर के लड्डू वाले प्रसाद में चूहे के बच्चे दिखाई दे रहे हैं, जिसके बाद सिद्धिविनायक मंदिर के लड्डू वाले प्रसाद की साफ-सफाई और सुरक्षा को लेकर सवाल उठ रहे हैं. मामला बढ़ने के बाद मंदिर ट्रस्ट का कहना है कि मामले की जांच करवाई जाएगी, लेकिन वीडियो देखकर ये नहीं लगता है कि मंदिर के अंदर के ये वीडियो विजुअल हैं.