AI 6.60 लाख परीक्षार्थियों पर रख रहा नज़र, नक़ल करने से पकड़ाने पर 3 साल का बैन

BPSSC के अध्यक्ष के एस द्विवेदी ने बिहार पुलिस सब-इंस्पेक्टर प्रारंभीक परीक्षा में नकल रोकने के लिए AI पॉवर्ड सिस्टम की जानकारी दी है. साथ ही सभी केंद्रों के Entry और  Exit पॉइंट पर 165000 CCTV कैमरों की मदद से निगरानी रखी जा रही है.

Sangita Jha
Edited By: Sangita Jha

हाइलाइट

  • नकलचियों पर अब AI की पैनी नजर!
  • नकल करने वाले हो अज्यें सावधान

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस समय बहुत प्रचलन में है और ऐसा लगता है मानो AI भविष्य के लिए सबसे सही उपकरण बनता जा रहा है. बता दें कि परीक्षा में नकल रोकने के लिए एग्जामिनेशन अथॉरिटी नए नए नियम और तरीके लेकर आता है. बावजूद इसके परीक्षा में सेंधमारी हो ही जाती है. परीक्षा में सेंधमारी को रोकने और उन्हें पकड़ने के लिए अब AI टूल का उपयोग किया जाएगा.

BPSSC के अध्यक्ष ने AI पॉवर्ड सिस्टम  की जानकारी दी

BPSSC के अध्यक्ष के एस द्विवेदी ने बिहार पुलिस सब-इंस्पेक्टर प्रारंभीक परीक्षा में नकल रोकने के लिए AI पॉवर्ड सिस्टम  की जानकारी दी है. साथ ही सभी केंद्रों के entry और  exit पॉइंट पर 165000 CCTV कैमरों की मदद से निगरानी रखी जा रही है. इस परीक्षा में करीब 6.60 लाख अभ्यर्थियों के शामिल होने की उम्मीद है. परीक्षा दो पालियों में आयोजित की जा रही है, पहली पाली सुबह 10 बजे से दोपहर तक और दूसरी पाली दोपहर 2.30 बजे से शाम 4.30 बजे तक राज्य के विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर.

परीक्षा के दौरान छात्रों पर नजर रखने के लिए एआई-संचालित सिस्टम चेहरे की पहचान, आंखों की ट्रैकिंग और अन्य तकनीकों का उपयोग कर सकते हैं. बीपीएसएससी के अध्यक्ष के एस द्विवेदी ने कहा कि उम्मीदवारों को परीक्षा से डेढ़ घंटे पहले प्रवेश की अनुमति है और परीक्षा शुरू होने से आधे घंटे पहले गेट बंद कर दिया जाएगा.

प्रश्नपत्र में गड़बड़ी को रोकने के लिए कड़ी निगरानी

इस बार प्रश्नपत्र में गड़बड़ी और उसे वायरल होने से बचाने के लिए प्रश्नपत्र के हर पन्ने पर यूनिक नंबरिंग की गई है. सभी केंद्रों की कड़ी निगरानी पटना में बीपीएसएससी मुख्यालय स्थित सेंट्रल कमांड रूम द्वारा की जाएगी. AI को हिंदी में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कहा जाता है, जिसका अर्थ है कृत्रिम यानी कृत्रिम रूप से विकसित बौद्धिक क्षमता. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कंप्यूटर विज्ञान की एक उन्नत शाखा है. इसमें कंप्यूटर प्रोग्रामिंग के माध्यम से एक मशीन को इतना बुद्धिमान बनाने का प्रयास किया जाता है.
ताकि वे इंसानों की तरह सोच सकें और फैसले ले सकें. दूसरे शब्दों में कहें तो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जरिए एक कंप्यूटर सिस्टम या रोबोटिक सिस्टम तैयार किया जाता है, जिसे उसी तर्क के आधार पर चलाने की कोशिश की जाती है, जिस पर इंसान का दिमाग काम करता है.

AI के फायदे और नुकसान 

AI विभिन्न क्षेत्रों में तेजी से प्रचलित हो गया है और इससे कई लाभ हुए हैं. एआई की सबसे बड़ी विशेषता स्वचालन है और इसका संचार, परिवहन, उपभोक्ता उत्पाद और सेवा उद्योगों पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ा है. AI का उपयोग हमेशा बेहतर निर्णय लेने के लिए किया जाता रहा है. AI के जिस तरह कई तरह के फायदे हैं तो इसके नुकसान भी हैं.
AI में पारंपरिक रूप से किए जाने वाले कार्यों को स्वचालित करने की क्षमता है. जिससे कुछ उद्योगों में नौकरी छूट सकती है... और बेरोजगारी बढ़ सकती है. जैसे कि यदि ग्राहक सहायता के लिए बनाए गए चैटबॉट 100% सफल हैं, तो कंपनियां उनके लिए भर्ती करना बंद कर देंगी. ऐसा ही ख़तरा कई अन्य नौकरियों के साथ भी है. सबसे ज्यादा खतरा फिल्मांकन और ग्राफिक डिजाइनिंग से जुड़े लोगों को होगा, क्योंकि इस क्षेत्र में एआई का इस्तेमाल तेजी से हो रहा है और इसके नतीजे भी चौंकाने वाले हैं.

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17 December 2023, 02:52 PM IST

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