'सिर पे टोपी और भड़काऊ बयान वाला नहीं आया...', ओवैसी ने कांग्रेस पर क्यों साधा निशाना
Asaduddin Owaisi: ऑल इंडिया मजलिसे इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने हाल में एक प्रोग्राम के दौरान कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा. अपने इस भाषण में उन्होंने हरियाणा चुनाव के नतीजों का जिक्र करते हुए कुछ ऐसा कह दिया उनका यह बयान वायरल होने लगा.
Asaduddin Owaisi: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने शुक्रवार को कांग्रेस पर सीधे निशाना साधते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को हराने के लिए 'पुरानी पार्टी' को सभी को साथ लेकर चलना होगा. हरियाणा चुनाव के नतीजों और वहां भाजपा की जीत के संदर्भ में बोलते हुए ओवैसी ने यह भी कहा कि भाजपा राज्य में 'गलती से' जीत गई. ओवैसी ने कहा कि 'धर्मनिरपेक्ष' पार्टियां चुनावों में भाजपा विरोधी वोटों के बंटवारे के लिए उन पर आरोप लगाती थीं, लेकिन हरियाणा में कांग्रेस कैसे हार गई, जबकि एआईएमआईएम ने उम्मीदवार ही नहीं उतारे थे?
ओवैसी ने शुक्रवार रात तेलंगाना के विकाराबाद में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, 'वे (भाजपा) कैसे जीत गए (हरियाणा)? मैं वहां नहीं था. नहीं तो वे 'बी टीम' कहते. वे वहां हार गए. शेरवानी तो नहीं आई, सिर पे टोपी और भड़काऊ भाषण देने वाला तो नहीं आया हरियाणा में, फिर भी हार गए, अब आप ही बताइए, वे किसकी वजह से हारे?' कांग्रेस को सलाह देते हुए ओवैसी ने कहा, 'मैं पुरानी पार्टी से कहना चाहूंगा. मेरी बात समझिए. मोदी को हराने के लिए आपको सभी को साथ लेकर चलना होगा। आप अकेले कुछ नहीं कर पाएंगे.''
हरियाणा में AIMIM चुनाव नहीं लड़ी फिर @narendramodi कैसे जीत गए? अगर मोदी को हराना है तो सबको साथ लेकर चलना पड़ेगा pic.twitter.com/rY9oaVFdjQ
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) October 12, 2024
एक दशक की सत्ता विरोधी लहर और एग्जिट पोल के पूर्वानुमानों में भाजपा को करारी हार दिखाई गई. भाजपा ने हरियाणा में सभी अनुमानों को गलत साबित करते हुए 90 विधानसभा सीटों में से 48 सीटें जीतकर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया. 10 साल बाद सत्ता में वापसी की उम्मीद कर रही भाजपा सिर्फ 37 सीटों पर सिमट कर रह गई. 2019 से मार्च 2024 तक भाजपा के साथ गठबंधन करने वाली जेजेपी का सफाया हो गया. आप अपना खाता खोलने में विफल रही और इनेलो सिर्फ दो सीटें जीतने में सफल रही. सावित्री जिंदल सहित तीन निर्दलीय उम्मीदवारों ने भी जीत हासिल की और भाजपा का समर्थन करने का फैसला किया है.