'सरकार Exam नहीं करवा पा रही, देश सुरक्षा कैसे करेगी, पेपर लीक नौकरी ना देने का बहाना?'
Asaduddin Owaisi on Paper Leak: असदुद्दीन ओवैसी भी पेपर लीक मामले पर सरकार के खिलाफ उतर गए हैं. हाल ही में उन्होंने एक पोस्ट में केंद्र सरकार पर जमकर निशाना सधा है. उन्होंने कहा है कि जो सरकार परीक्षाएं ठीक से नहीं करवा पा रही वो देश की सुरक्षा कैसे करेगी? क्योंकि ये उससे भी बड़ा काम है. इसके अलावा उन्होंने सवाल किया है कि क्या पेपर लीक नौकरी ना देने का बहाना है?
NEET को लेकर विवाद थमा नहीं था कि अब UGC NAT का विवाद खड़ा हो गया है. सरकार की तरफ से बुधवार रात NAT की परीक्षा रद्द कर दी गई है. जबकि एक दिन पहले ही एग्जाम लिया गया था. परीक्षा रद्द करने को लेकर कहा गया है कि सरकार को इंडियन साइबर क्राइम कॉर्डिनेशन सेंटर ने गड़बड़ी पर जानकारी दी थी. जिसके बाद तुरंत परीक्षा रद्द कर दी गई. इस मामले पर ना सिर्फ छात्र बल्कि विपक्षी नेता पर NTA और सरकार पर सवाल खड़े कर रहे हैं. इस कड़ी में अब असदुद्दीन ओवैसी भी शामिल हो गए हैं. उन्होंने कहा है कि जब सरकार एक परीक्षा ठंग से नहीं करवा पा रही है तो फिर देश की सुरक्षा तो उससे भी बड़ा मुद्दा है.
ऑल इंडिया मजलिसे इत्तेहादुल मुस्लिमीम (AIMIM) अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने सोशल मीडिया हेंडल X पर पोस्ट करते हुए लिखा,"NEET घोटाले के बाद अब UGC-NET परीक्षा भी रद्द कर दी गई है क्योंकि उसका पेपर लीक हो गया था. देश की सुरक्षा बहुत बड़ी बात है, मोदी सरकार तो एक परीक्षा भी ठीक से नहीं करा पा रही है." उन्होंने आगे लिखा,"पिछले पांच सालों में 15 राज्यों में 41 पेपर लीक हुए. कुल 1.4 करोड़ नौजवानों को ये परीक्षाएं लिखनी/देनी थीं, उनके मुस्तक़बिल (फ्यूचर) के साथ निहायत घिनौना मज़ाक़ किया गया."
नौकरी ना देने का बहाना?
ओवैसी यहीं नहीं रुके, उन्होंने सवाल खड़ा करते हुए आगे कहा,"क्या "पेपर लीक" नौकरी न देने का बहाना बन गया है? जब पेपर रद्द किया जाता है तो नौजवानों की मेहनत पर पानी फेर दिया जाता है. उन्हें ये तक पता नहीं होता कि इम्तेहान फिर कब करवाया जाएगा, या करवाया जाएगा भी या नहीं.10 लाख के क़रीब लोगों ने UGC-NET लिखा था. क्या उनसे माफ़ी मांगी जाएगी? क्या उन्हें मुआवज़ा दिया जाएगा? मुस्तक़बिल में पेपर लीक न हों उसके लिए सरकार क्या क़दम उठा रही है?"
क्या हुई कार्रवाई?
बता दें कि नीट की परीक्षा में घोटाले को लेकर गिरफ्तार किए गए छात्रों में से एक अनुराग यादव ने कबूल कर लिया है कि उसे परीक्षा से एक दिन पहले ही पेपर मिल गया था और वही पेपर एग्जाम में भी आया था. इस मामले में एक मंत्री जी के शामिल होने की भी बात कही जा रही है. मंत्री जी को लेकर कहा जा रहा है कि उन्होंने ही पटना में एक एक बंगले के अंदर अनुराग यादव, उसकी मां और कुछ अन्य साथियों के रहने का बंदोबस्त किया था. अब तक इस मामले में 13 से ज्यादा आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. इसमें नीट यूजी परीक्षा में शामिल 5 अभ्यर्थी भी हैं.