Air Force Day: प्रयागराज में आज वायुसेना दिवस के मौके पर पहली बार सारंग हेलीकॉप्टर की टीम संगम के तट पर करीब 15 मिनट तक कलाकृतियां बनाएगी. चार हेलीकॉप्टर दिल के आकार में हवा में चक्कर लगाएंगे और एक उनके बीच से निकलेगा. पांच हेलीकॉप्टर हीरे की आकृति बनाएंगे. इसी तरह सूर्य किरण की टीम 12 मिनट तक हवा में रहेगी और हैरतअंगेज प्रदर्शन करेगी.
8 अक्टूबर को भारतीय वायु सेना की 91वीं वर्षगांठ मनाने के लिए आयोजित मेगा एयर डिस्प्ले की तैयारियों के तहत गुरुवार को संगम के ऊपर आसमान में वायुसेना के विभिन्न विमान ने रिहर्सल किया.
जांबाजों ने शुरू की परेड
मध्य कमान बमरौली में वायुसेना के जांबाजों की परेड शुरू हो गई है. पैरा हैंड ग्लाइडर कमांडर अशोक ने 360 डिग्री हवाई करतब दिखाते हुए परेड में प्रवेश किया. कुछ देर तक वह हवा में उड़ता रहा. उसके बाद हवा में उड़ते हुए दो एयरक्राफ्ट पैरा मोटर्स परेड में आये. उनके आते ही दर्शकों की तालियां गूंज उठती हैं.
इन पैरा मोटर्स ने जमीन से 200 फीट की ऊंचाई पर करतब दिखाए. अगले एपिसोड में 10 पैराजंपर्स ने AN 32 विमान से 8 हजार मीटर की ऊंचाई से छलांग लगाई. रंग-बिरंगे पैराजंपर जब दर्शकों के सामने उतरे तो लोग रोमांचित हो उठे. लोगों ने तालियों की गड़गड़ाहट से उनका स्वागत किया.
अग्निवीर भी लेंगे हिस्सा
अग्निवीर से भर्ती किए गए सैनिक भी इस परेड में भाग लेंगे. इसमें कुछ महिला फायरफाइटर्स को भी शामिल किया जा सकता है. इसके बाद दोपहर 2:30 बजे से संगम पर विमानों का प्रदर्शन शुरू होगा. प्रयागराज के लोग वायुसेना की खूबसूरत और शानदार उड़ान देखेंगे. झूंसी, शास्त्री ब्रिज और आसपास के इलाकों से देखा जा सकता है.
मिग-21 को दी जाएगी विदाई
सुपरसोनिक फाइटर जेट मिग-21 विमान 1964 में भारतीय वायुसेना के बेड़े में शामिल हुआ था. रूसी कंपनी ने मिग-21 को बनाया था. भारत ने सबसे पहले इस विमान का इस्तेमाल 1965 में पाकिस्तान के साथ हुए युद्ध में किया था. यह सभी लड़ाइयों में काम आया. कई वर्षों तक देश की सेवा करने के बाद अब इसकी विदाई होगी. वायुसेना दिवस पर इसको अंतिम विदाई दी जाएगी. उस दिन कई लड़ाकू विमान आसमान में डूबते सूरज को विदाई देंगे. First Updated : Friday, 06 October 2023