Air Pollution: भारत के कई राज्यों में प्रदूषण का कहर लगातार फैल रहा है ऐसे में लोगों की सांस लेने में सर्वाधिक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. दिल्ली ऐसा शहर बन चुका है जहां पर सबसे ज्यादा प्रदूषण फैस रहा है. दावे भले ही कितने किए जाए लेकिन देश की राजधानी अभी भी सुरक्षित नहीं है. अन्य शहरों के मुताबिक दिल्ली-एनसीआर में सबसे अधिक प्रदूषण देखा जा रहा है.
अब तक कितना रहा प्रदूषण?
नवंबर और दिसंबर 2023 में दिल्ली और पटना में पीएम 2.5 का स्तर बहुत खराब रहा, नहीं लखनऊ और भोपाल में यह खराब में भी स्थिति बेकर रही, अन्य शहरों जैसे बेंगलुरु, चेन्नई, गांधी नगर और हैदराबाद में यह सतोषजनक स्तर पर रहा. चड़ीगढ़, मुबंई और कोलकाता की यदि बात करें तो इसका स्तर सामान्य बना हुआ है. नवंबर 2023 के दौरान चेन्नई में पीएम 2.5 का स्तर सबसे कम 31 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर रहा. यह पिछले साल से 15.3 प्रतिशत बेहतर देखा गया है.
11 शहरों में राजधानी दिल्ली सबसे प्रदूषित शहर बन चुका है यहां कि स्थिति लगातार खराब होती जा रही है. जहरीली हवा ने लोगों का जीवन मुश्किल में डाल रखा है. 2019 की तुलना में पीएम 2.5 के स्तर सर्वाधिक वृद्धि भोपाल में देखी गई.
पिछले साल के मुताबाकि, प्रदूषण में सर्वाधिक बढ़ोतरी देखी जा रही है. दिल्ली (20.5 प्रतिशत), गांधीनगर (15 प्रतिशत), और लखनऊ में 11.9 प्रतिशत दर्ज की गई है. तो वहीं दूसरी तरफ जिन तीन शहरों में पिछले साल के मुताबिक, सबसे अधिक सुधार हुआ उनमें बेंगलुरु (20.5 प्रतिशत), हैदराबाद (17.4 प्रतिशत) और मुंबई (17.2 प्रतिशत) शामिल हैं. First Updated : Sunday, 03 December 2023