क्या भारत रुकवा पाएगा रूस-यूक्रेन का युद्ध? शांती प्रस्ताव पर चर्चा करने के लिए मॉस्को जाएंगे डोभाल
Ajit Doval: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की राष्ट्रपति पुतिन के साथ हुई फोन वार्ता के दौरान यह चर्चा की गई थी कि पीएम अपनी यात्रा के बाद शांति से संबंधित विचारों पर चर्चा करने के लिए अपने एनएसए को रूस भेजेंगे. जानकारी के अनुसार, इस यात्रा के दौरान डोभाल अपने रूसी समकक्ष और BRICS के अन्य सदस्य देशों के प्रतिनिधियों से मुलाकात करेंगे. इस दौरान अजीत डोभाल ब्रिक्स-एनएसए बैठक में भाग लेने और चल रहे रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच शांति प्रयासों पर चर्चा करेंगे.
Ajit Doval Visit Russia: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर ने हाल ही में यूक्रेन के साथ शांति वार्ता को लेकर कहा था कि इसके लिए चीन, भारत और ब्राजील मध्यस्थता की भूमिका निभा सकता है. पुतिन के बाद इटली की पीएम जॉर्जिया मेलोनी ने भी कहा था कि भारत युक्रेन युद्ध को खत्म करने में मुख्य भूमिका निभा सकता है. इस बीच सूत्रों से जानकारी मिली है कि अजीत डोभाल इस सप्ताह रूस का दौरा करेंगे. इस दौरान रूस-यूक्रेन युद्ध को हल करने के उद्देश्य से शांति प्रयासों पर चर्चा करेंगे.
गौरतलब है कि, रूस-यूक्रेन के बीच फरवरी 2022 से युद्ध जारी है. कई देशों ने संघर्ष समाप्त करने की अपील की है. दो दिन पहले व्लादिमीर पुतिन ने भी माना था कि भारत इस क्षेत्र में जारी संकट का समाधान खोजने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है. वहीं अब अजीत डोभाल यूक्रेन यात्रा के बाद शांति से संबंधित विचारों पर चर्चा करने के लिए रूस जाने वाले हैं. डोभाल के रूसी यात्रा को लेकर कहा जा रहा है कि भारत युद्ध को खत्म करवा सकता है.
रूस की यात्रा पर जाएंगे अजीत डोभाल
डोभाल के अपने रूसी और चीनी समकक्षों के साथ द्विपक्षीय बैठकें करने की भी उम्मीद है. इस दौरान मॉस्को में जुलाई में आयोजित शिखर सम्मेलन में हुई चर्चाओं को आगे बढ़ाने की संभावना है. ब्रिक्स दस देशों का एक अनौपचारिक समूह है जिसमें ब्राजील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, ईरान, मिस्र और इथियोपिया शामिल हैं. पिछली ब्रिक्स-एनएसएस बैठक 2023 में दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में हुई थी, जहां डोभाल ने भी भारत का प्रतिनिधित्व किया था. सूत्रों के अनुसार, पिछले महीने प्रधानमंत्री मोदी की रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ टेलीफोन पर बातचीत के दौरान यह चर्चा हुई थी कि अजीत डोभाल अपनी यूक्रेन यात्रा के बाद शांति से संबंधित विचारों पर चर्चा करने के लिए रूस जाएंगे.
क्या रूस-यूक्रेन युद्ध रुकवा पाएगा भारत
आपको बता दें कि पीएम मोदी लगातार रूस और यूक्रेन के बीच जारी तनाव के शांतिपूर्ण समाधान की पैरवी करते आ रहे हैं. उन्होंने कई मौकों पर दोहराया है कि भारत इसके लिए जरूरी हर पहल करने को तैयार है. पीएम मोदी ही नहीं रूस और यूक्रेन भी इस बात को मानते हैं कि भारत इस युद्ध को कूटनीतिक तरीके से समाप्त कर सकता है. जेलेंस्की ने हाल ही में इसकी बात दोहराई थी. पीएम ने दोनों देशों का अलग-अलग समय में दौरा किया था. अब अजीत डोभाल के जाने से कयास लगाया जा रहा है कि भारत रूस-यूक्रेन के बीच युद्ध को समाप्त कर सकता है.